Shiv Sena Uddhav Balasaheb Thackeray: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए बाल ठाकरे की जगह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व प्रमुख बालासाहेब देवरस का नाम लेने पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पर चुटकी ली. नड्डा ने चन्द्रपुर और औरंगाबाद में दो रैलियों को संबोधित किया, जिनमें उन्होंने अपने भाषण के दौरान देवरस का नाम लिया. नड्डा ने अपने भाषण में कहा, ‘‘ठाकरे ने सत्ता के लालच में भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा और उनका समर्थन किया जिनके खिलाफ बालासाहेब देवरस जीवन भर लड़ते रहे.’’


कौन थे बालासाहेब देवरस?
दिवंगत देवरस आरएसएस के तीसरे सर संघचालक थे. नड्डा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष व शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता अम्बादास दानवे ने कहा कि नड्डा को अगली बार महाराष्ट्र आने से पहले बालासाहेब ठाकरे का नाम सीखना चाहिए. दानवे ने ट्वीट किया, ‘‘नड्डाजी अगली बार जब आप महाराष्ट्र आएं तो बालासाहेब ठाकरे का नाम सीख कर आएं. आज आपने बालासाहेब ठाकरे को बालासाहेब देवरस कहा. जो लोग बालासाहेब ठाकरे का नाम नहीं जानते हैं वह उनके विचारों की विरासत को आगे नहीं ले जा सकते हैं.’’


मजार पर चढ़ाई चादर
बीजेपी अध्यक्ष अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सोमवार को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हजरत किबला सैयद बेहबतुल्ला शाह की प्रसिद्ध दरगाह में प्रार्थना करने गए, जहां अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. नड्डा, 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिए राज्य के एक दिन के दौरे पर आये थे. जेपी नड्डा अपने सिर को ढंककर दरगाह गए थे, और दरगाह के सेवादारों और अधिकारियों की मदद से हाथ जोड़कर एक 'चादर' चढ़ाई.


छोटी दरगाह परिसर में उनके साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी थे. बीजेपी प्रमुख पास के प्रसिद्ध आराध्या देवी के महाकाली मंदिर भी गए और औरंगाबाद के लिए प्रस्थान करने से पहले मंदिर के अधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया.


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