Eknath Shinde: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे गुट ने एक कदम पीछे हटते हुए दशहरा सभा के लिए शिवाजी पार्क मैदान पर अपना दावा छोड़ दिया है. शिंदे गुट ने शिवाजी पार्क के लिए मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को जो आवेदन दिया है, उसे शिंदे गुट वापस लेगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश के बाद सदा सरवणकर खुद मुंबई नगर निगम कार्यालय जाएंगे और आवेदन वापस लेंगे. 


क्या उद्धव ठाकरे का रास्ता हुआ साफ?
शिवसेना में आंतरिक विद्रोह के बाद कई अन्य मुद्दों की तरह दशहरा सभा भी विवाद बन गई. पिछले साल दशहरा मिलन समारोह का विवाद हाईकोर्ट में चला गया था. इस साल भी दोनों गुटों ने शिवाजी पार्क के लिए आवेदन और दावा किया था. लेकिन, अब शिंदे गुट ने एक कदम पीछे हटते हुए शिवाजी पार्क की जगह दूसरे मैदानों पर विचार करने का फैसला किया है.


शिंदे गुट के नेता और मंत्री दीपक केसरकर ने बताया कि इस साल शिंदे गुट की बैठक दक्षिण मुंबई के क्रॉस मैदान या ओवल ग्राउंड में होगी. साथ ही हम अन्य आधारों की भी जांच कर रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद शिवाजी पार्क के लिए आवेदन वापस लेने के निर्देश दिए हैं. सदा सरवणकर ने शिवाजी पार्क में दशहरा सभा के लिए नगर निगम में आवेदन किया था. अब जानकारी मिल रही है कि सदा सरवनक खुद इस अर्जी को वापस ले लेंगे.


क्या बोले मंत्री दीपक केसरकर?
मंत्री दीपक केसरकर के बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में शिंदे गुट के कदम पीछे खींचने की चर्चा शुरू हो गई है. ऐसे में कहा जा रहा है कि दशहरा सभा के लिए ठाकरे को शिवाजी पार्क मैदान मिलने का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि, शिवाजी पार्क मैदान को लेकर मुंबई नगर निगम की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.


अगर शिंदे गुट एक कदम पीछे हट भी जाए और दशहरा सभा का स्थान बदल भी दे, तो क्या ठाकरे की दशहरा सभा शिवाजी पार्क में होगी? ये सवाल बना हुआ है. साथ ही राजनीतिक हलके में यह भी चर्चा चल रही है कि शिंदे गुट द्वारा अपनाया गया नामांकन का रुख कहीं ठाकरे को परेशान करने की नई चाल तो नहीं है. क्या ठाकरे को शिवाजी पार्क में दशहरा सभा की इजाजत मिलेगी? ये देखना अहम होगा.


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