महाराष्ट्र उन राज्यों में से है जहां कोविड के सबसे अधिक केसेस सामने आते हैं. पहली लहर हो या दूसरी या तीसरी कोरोना सबसे अधिक इसी राज्य में फैला है. इसी बीच वहां की राज्य सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला ले लिया है जिसे अभिभावकों द्वारा कहीं पसंद किया जा रहा है तो कहीं नापसंद. एक सर्वे में हुए खुलासे में पता चला है कि महाराष्ट्र में 62 प्रतिशत पैरेंट्स अभी अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते. ये सर्वे एक लोकल कंपनी ने किया है जिसमें करीब पांच हजार अभिभावकों ने अपनी राय पेश की है.
आज से खुल गए हैं स्कूल –
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पहले महाराष्ट्र में स्कूल बार-बार बंद किए गए और कई मौकों पर ये जिम्मेदारी लोकल अथॉरिटी को दी गई कि वे अपने यहां कोविड केसेस को देखते हुए स्कूल खोलने या न खोलने का फैसला लें. इस तरह काफी समय स्कूल बंद रहने के बाद अब राज्य सरकार ने 24 जनवरी यानी आज से स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है. हालांकि अभी भी अंतिम निर्णय स्थानीय प्रशासन के हाथ में ही है.
पैरेंट्स नहीं चाहते बच्चों को स्कूल भेजना –
महाराष्ट्र की सर्वे करने वाली एक कंपनी लोकल सर्कल ने 4976 लोगों पर सर्वे किया और ये सामने आया कि करीब 62 प्रतिशत अभिभावक अपने बच्चों को फिलहाल स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं. इस सर्वे में 67 प्रतिशत पुरुष और 33 प्रतिशत महिलाएं शामिल हुए थे.
सर्वे में सामने आयी रिपोर्ट की अगर बात करें तो सर्वे में 62 फीसदी अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं पाए गए. 11 फीसदी ने हां कहा, तो वहीं 16 फीसदी ने बताया कि वह अपने बच्चों को पहले से ही स्कूल भेज रहे हैं. 11 फीसदी लोगों ने इस मुद्दे पर अपनी कोई भी राय नहीं दी.
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