Pune News: महाराष्ट्र सरकार ने पुणे के जेजुरी में स्थिति ऐतिहासिक खंडोबा मंदिर का जीर्णोद्धार करने का फैसला किया है. मंदिर के जीर्णोद्धार कार्यक्रम के लिए सरकार ने 109.57 करोड़ रुपये की विकास योजना को मंजूरी दी है. बता दें कि  खंडोबा (या मार्तंड भैरव, मल्हारी, मल्हार) एक देवता हैं, जिन्हें मुख्य रूप से दक्कन के पठार में (विशेष रूप से महाराष्ट्र और उत्तरी कर्नाटक में) भगवान शिव की अभिव्यक्ति के रूप में पूजा जाता है. 


पुरातात्विक विशेषज्ञों की देखरेख में हो सारा काम- सीएम


परियोजना के पहले चरण को मंजूरी देने वाली एक बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मंदिर की बहाली के काम को पुरातात्विक विशेषज्ञों की देखरेख में अंजाम दिया जाना चाहिये. परियोजना के प्रारंभिक चरण में किले और मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा और पानी की आपूर्ति की सुविधा बनाई जाएगी. इसके अलावा पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए बुनियादी ढांचागत सुविधाएं भी सृजित की जाएंगी. 


मंदिर दर्शन के लिए हर साल आते हैं 2 लाख श्रद्धालु


बता दें कि जेजुरी मंदिर का कुल क्षेत्रफल 167 वर्ग मीटर है जबकि जेजुरी किला और उसके आसपास का क्षेत्र लगभग 1 हजार 240 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. जेजुरी में हर साल 40 से 50 लाख लोग आते हैं जबकि वार्षिक यात्रा के दौरान यहां लगभग 2 लाख लोग आते हैं. इस बैठक में डिप्टी सीएम अजित पवार,  लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण, शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, बारामती सांसद सुप्रिया सुले, पुरंदर विधायक संजय जगताप, मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, पुणे जिला कलेक्टर डॉ. राजेश देशमुख, जिला परिषद सीईओ आयुष प्रसाद उपस्थित थे. बैठक में डिप्टी सीएम ने इस स्थान से अनावश्यक पेड़ व झाड़ियां हटाने को कहा और मूल पत्थरों को रंगने के बजाय इस स्थान को उसके मूल रूप में संरक्षित करने की आवश्यकता व्यक्त की.


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