Mumbai: पात्राचाल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत कि गिरफ्तारी के साथ ही मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद महाविकास अघाड़ी के नेताओं की कुल संख्या तीन हो गई है.बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एनसीपी ने नवाब मलिक और अनिल देशमुख को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी और अब पात्राचाल घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत की गिरफ्तार के बाद एमवीए के ये तीन बड़े नेता आर्थर रोड जेल में दिन गुजार रहे हैं. तीनों अलग-अलग बैरक में बंद हैं. एएनआई की खबर के मुताबिक उन्हें उनकी बैरक में टीवी, कैरम, किताबें और अन्य जरूरी चीजें भी मुहैया कराई गई हैं.
फिलहाल जेल से बाहर हैं नवाब मलिक
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फरवरी में गिरफ्तार किए गए नवाब मलिक का फिलहाल कुर्ला के क्रिटी केयर अस्पताल में इलाज चल रहा है इसलिए वह अभी जेल से बाहर हैं. जेल में बंद अन्य कैदियों की तरह इन तीनों नेताओं को भी हर महीने 6 हजार रुपये का मनीआर्डर मिल रहा है. उस पैसे से वे जेल के अंदर जरूरी चीजें खरीद सकते हैं. वहीं पात्रा चॉल मामले में 1 अगस्त को गिरफ्तार किए गए राउत को अब अंडरट्रायल नंबर 8959 के तौर पर आर्थर जेल में रखा गया है, राउत को सुरक्षा कारणों से अकेले अलग बैरक में रखा गया है.
जेल में तीनों कैदियों को मिल रहीं घर जैसी सुविधाएं
वहीं राउत की मांग पर जेल प्रशासन ने उन्हें पेन और नोटबुक भी दी गई हैं. पढ़ने के लिए वह जेल की लाइब्रेरी से किताबें भी ले जाते हैं. एएनआई की खबर के मुताबिक यदि राउत जेल में एक किताब भी लिख देते हैं तो उस किताब को जेल के अंदर ही रखा जाएगा उसे बाहर नहीं भेजा जाएगा. मुंबई कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल के अंदर घर का खाना दिया जा रहा है. राउत को 8 से 22 अगस्त के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया था तब से वह आर्थर जेल में ही बंद हैं.
वहीं, 23 फरवरी को ईडी द्वारा गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों से कथित रूप से जुड़ी एक संपत्ति सौदे में गिरफ्तार किया गए एनसीपी नेता नवाब मलिक जेल में 4622 नंबर के कैदी हैं. फिलहाल वह इलाज के लिए जेल से बाहर है, लेकिन शारीरिक कारणों की वजह से कोर्ट ने उन्हें घर का खाना खाने की अनुमति दी है, और उन्हें बैरक में बेड और कुर्सी का इस्तेमाल करने की भी अनुमति दी गई है. राउत जैसी बाकी सुविधाएं भी उन्हें दी गई हैं.
मलिक-राउत की तरह अनिल को नसीब नहीं घर का खाना
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख जेल में 2225 नंबर के कैदी हैं. वह पिछले 9 महीने से इसी जेल में हैं. अनिल देशमुख को 1 नवंबर 2021 को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के मामले में गिरफ्तार किया गया था. राउत और मलिक के जैसे अनिल देशमुख को घर का खाना नसीब नहीं हो रहा है, उन्हें जेल की ही रोटियां तोड़नी पड़ रही हैं. हालांकि उन्हें उनकी अलग बैरक में बेड, कैरम और टीवी की सुविधा दी गई है.
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