Maharashtra News: महाराष्ट्र के तुलजापुर में प्रसिद्ध तुलजा भवानी मंदिर (Tulja Bhavani Temple) के निकट पुजारियों और दुकानदारों ने मंदिर को विकसित करने संबंधी सरकार की योजना के विरोध में बुधवार को बंद रखा. पुजारियों के संघ ने यह जानकारी दी. जिला प्रशासन ने अनुमानित 1,300 करोड़ रुपये की लागत से मंदिर परिसर को विकसित करने की योजना बनाई है.


किस बात को लेकर है विरोध?
संघ के प्रमुख किशोर गगने ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘नई योजना के तहत ‘दर्शन मंडप’ मंदिर से दूर बनाया जायेगा जबकि भक्तों को पीछे के प्रवेश द्वार से मंदिर में आना होगा. साथ ही पार्किंग स्थल दर्शन मंडप से कुछ दूरी पर होगा. हम चाहते हैं कि मंडप मंदिर के निकट हो.’’ उन्होंने दावा किया कि मंदिर के निकट स्थित दुकानों के मालिकों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि मंदिर के वर्तमान प्रशासनिक भवन का इस्तेमाल ‘दर्शन मंडप’ के रूप में किया जाना चाहिए.


उन्होंने दावा किया कि बुधवार के विरोध प्रदर्शन में मंदिर के पास की लगभग 5,000 दुकानों ने हिस्सा लिया. किशोर गगने ने कहा कि मंदिर के वर्तमान प्रशासनिक भवन का उपयोग दर्शन मंडप के रूप में किया जाना चाहिए, जहां भक्त अंततः देवता की पूजा करने से पहले इकट्ठा होते हैं. उन्होंने कहा, “भक्त वर्तमान में राजे शाहजी द्वार से प्रवेश करते हैं और गौमुख से जाते हैं. फिर वे मंदिर में प्रवेश करने से पहले भगवान गणेश के दर्शन करते हैं. यह प्रथा वैसे ही जारी रहनी चाहिए.''


तुलजा भवानी मंदिर विकास प्रारूप योजना में दर्शन मंडपम के स्थान को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कुछ पुजारी, कुछ व्यापारी, कुछ स्थानीय नागरिक घाटशील में दर्शन मंडप बनाने का विरोध कर रहे हैं. पुजारी और व्यापारी मांग कर रहे हैं कि दर्शन मंडप तुलजा भवानी देवी के मुख्य महाद्वार पर होना चाहिए. यदि दर्शन मंडप का स्थान बदला गया तो कुछ व्यापारियों और कुछ स्थानीय नागरिकों को नुकसान होगा, इसलिए व्यापारियों और नागरिकों ने दर्शन मंडप का स्थान बदलने का विरोध जताया है. 


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