Shiv Sena Symbol Row: चुनाव आयोग से बड़ा झटका मिलने के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का गुट अब फूंक-फूंककर कदम रख रहा है. ठाकरे गुट मातोश्री, पार्टी के कार्यालयों और पार्टी के फंड को लेकर भी सतर्क हो गया है. खबरें हैं कि पार्टी का करोड़ो रुपये का फंड (Shiv Sena) उद्धव ठाकरे के पार्टी खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है. यह फंड लगभग 150 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है. हालांकि अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है कि यह पैसा वास्तव में कितना है. ठाकरे गुट को यह डर है कि कहीं यह भी हाथ से न चला जाए. शायद इसी वजह से यह फैसला हुआ है. इसी डर की वजह से फंड को पहले ही ट्रांसफर कर दिया गया.
सूत्रों के मुताबिक इसके लिए बैंक में नया खाता खोला गया और उसमें पैसे को ट्रांसफर कर दिया गया. खबरों के मुताबिक पार्टी की संपत्तियों, कार्यालय, मातोश्री और फंड को लेकर फिर से नया विवाद शुरू हो सकता है. ठाकरे को लगातार इस बात का डर सता रहा है कि कहीं ये भी हाथ से न चले जाएं. इसके पहले खबर थी कि शिंदे गुट मातोश्री पर भी अपना दावा कर सकता है. जानकारों का कहना है कि मातोश्री और पार्टी फंड भी उद्धव ठाकरे के हाथ से जा सकता है.
सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं ठाकरे
बता दें कि चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह और नाम को लेकर फैसला एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में दिया है. इसके बाद से ही ठाकरे खेमे में हलचल मची हुई है. राज्य में सत्ता संघर्ष में मिली हार और सीएम की कुर्सी गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. ठाकरे को बड़ा झटका तब लगा शुक्रवार को इलेक्शन कमीशन ने चुनाव चिन्ह और नाम को सीएम एकनाथ शिंदे गुट को देने को कहा.
वहीं बताया जा रहा है कि ठाकरे गुट इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है. आयोग के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे और संजय राऊत ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. उन्होंने फैसले को एकतरफा बताया था. उन्होंने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा था और पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह चुराने का आरोप लगाया था.
Maharashtra Politics: शिवसेना के बाद अब मातोश्री भी जाएगा? बढ़ने वाली हैं उद्धव ठाकरे की मुश्किलें!