राष्ट्रीय कपड़ा निगम (एनटीसी) ने मुंबई के प्रमुख इलाकों में मौजूद अपनी बंद पड़ी नौ मिलों के परिसर में रह रहे लोगों के पुनर्वास के लिए एक समिति का गठन किया है. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे इन मिलों के पुनर्विकास में तेजी लाने में मदद मिलेगी. मुंबई में लगभग एक दर्जन सूती/कपड़ा मिलें बंद पड़ी हुई हैं और इन मिल परिसरों में कई हजार लोग अब भी झोपड़ियों एवं चॉल में रहते हैं.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एनटीसी ने म्हाडा और एमएमआरडीए के अलावा महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर एक समिति बनाई है, जो शहर में उसकी नौ मिलों की जमीन के पुनर्विकास को गति देने का काम करेगी. हालांकि गोयल ने यह नहीं बताया कि पुनर्विकास के लिए किन मिलों को चुना गया है. मंत्री ने कहा कि इन नौ मिलों में 1,860 चॉल हैं, जिनमें हजारों लोग रहते हैं और समिति का काम केवल उनका पुनर्वास करना है, पुनर्विकास नहीं.
पीयूष गोयल ने कहा कि इन नौ मिलों से पुनर्विकास के लिए 56,000 वर्ग मीटर जमीन मिल सकती है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में रियल्टी सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड को भी नियुक्त किया गया है.
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