Maharashtra News: महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शोभायात्रा के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर नारे लगाए जाने के बाद तनाव व्याप्त हो गया. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. रत्नागिरी पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कोंकण नगर इलाके में शुक्रवार रात हुई इस घटना के बाद पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. 


उन्होंने बताया हमने शिकायतों के आधार पर दो मामले दर्ज किए हैं. पांच आरोपियों की पहचान कर ली गई है और हमने उन्हें नोटिस जारी कर दिया है. अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.


धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरएसएस ने जब दशहरा उत्सव की पूर्व संध्या पर इलाके में शोभायात्रा (पथ संचलन) निकाली थी तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कथित तौर ऐसे नारे लगाए जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन कल देर रात कई लोग पुलिस थाने में एकत्र हुए और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. अधिकारी ने बताया कि इस घटना के संबंध में भारतीय न्याय संहिता के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामले दर्ज कर लिए गए हैं और जांच जारी है.


वक्फ बोर्ड कार्यालय का भी हुआ था विरोध
इससे पहले रत्नागिरी के शिरगांव इलाके में वक्फ बोर्ड कार्यालय के उद्घाटन पर विरोध भी देखा गया था. बीजेपी और हिंदुत्व समर्थकों ने शहर में वक्फ बोर्ड का कार्यालय बनाने का विरोध किया था. शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यवाहक मंत्री उदय सामंत जब नए वक्फ बोर्ड कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे तो उन्हें अपनी ही पार्टी ही पार्टी के सदस्यों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था. उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए थे और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की गई थी. 


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