Maharashtra Waqf Board News: महाराष्ट्र में किसानों को वक्फ बोर्ड से नोटिस मिलने का मामला गरमाता जा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष समीर काजी ने बुधवार को लातूर जिले के कुछ उन किसानों से मुलाकात की, जिन्हें अपनी जमीन के मालिकाना हक को लेकर वक्फ अधिकरण से नोटिस मिले हैं. काजी ने कहा कि किसानों को घबराने की जरूरत नहीं हैं और याचिकाकर्ता के दावे के विपरीत संबंधित भूमि बोर्ड के राजपत्र में सूचीबद्ध नहीं है.
तालेगांव के कुल 103 किसानों और बुधोडा के 25 किसानों को अधिकरण से नोटिस मिला है, क्योंकि एक व्यक्ति ने याचिका दायर कर दावा किया है कि उनकी कुल 300 एकड़ जमीन वक्फ की संपत्ति है. किसानों का कहना है वे कई पीढ़ियों से इन जमीनों पर खेती कर रहे हैं. काजी ने औसा तहसील के बुधोडा गांव का दौरा करने के बाद न्यूज एजेंसी से कहा कि किसानों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
किसानों के हितों की रक्षा की जाएगी
काजी ने स्पष्ट किया कि वक्फ बोर्ड ने कोई नोटिस जारी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि नोटिस छत्रपति संभाजीनगर में महाराष्ट्र राज्य वक्फ अधिकरण की ओर से एक व्यक्ति की याचिका के जवाब में भेजे गए थे. उन्होंने कहा, "वक्फ बोर्ड न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. विवादित भूमि हमारे राजपत्र में पंजीकृत नहीं है और मामला वर्तमान में अधिकरण में कानूनी समीक्षा के अधीन है. किसानों को आश्वस्त रहना चाहिए कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी."
क्या है लातूर वक्फ का पूरा मामला?
बता दें कि लतूर जिले के 103 किसानों को एक साथ वक्फ बोर्ड की ओर से जमीन को लेकर नोटिस मिला था. इस दौरान नोटिस में दावा किया गया था कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है. लिहाजा वह यहां खेती करना बंद कर दें. इस नोटिस के बाद यहां खेती कर रहे किसानों की चिंता बढ़ी हुई है. हालांकि, बोर्ड ने अपनी ओर से नोटिस भेजने की बात से इनकार कर दिया है.
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