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महाराष्ट्र में और कमजोर पडे़गा MVA? बीजेपी के इस दावे ने बढ़ाई विपक्षी गठबंधन की टेंशन 

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र चुनाव में हार के बाद MVA में अस्थिरता का माहौल है. बीजेपी अध्यक्ष का दावा है कि MVA के कई नेता BJP में शामिल होना चाहते हैं. कांग्रेस ने इन दावों को खारिज किया.

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों महायुति के पक्ष में तो वहीं एमवीए के लिए बहुत खराब आए थे. इस बीच अब महाराष्ट्र में फिर से उथल-पुथल की राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का दावा है कि विपक्षी गठबंधन दल के कई नेता बीजेपी में शामिल होने की इच्छा रख रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस चीफ नाना पटोले ने ऐसे दावों को नकार दिया है. 

महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और उनके सहयोगी प्रवीण दारेकर ने बुधवार को दावा किया कि महा विकास आघाड़ी (MVA) के कई सांसदों और विधायकों ने उनसे संपर्क कर अपनी-अपनी पार्टियों से नाराजगी जताई है. कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के इन दावों को खारिज कर दिया और प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इन्हें ‘बेतुका’ करार दिया. चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘‘एमवीए के नेता खुद अपनी बेचैनी जाहिर कर रहे हैं और कई लोग पाला बदलने के लिए बीजेपी के संपर्क में हैं.’’ 

एमवीए को मिलीं केवल 46 सीटें
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) की MVA ने बेहद खराब प्रदर्शन किया और 288 सीटों में से केवल 46 सीटें ही जीत पाई. इसके उलट, बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन महायुति ने 230 सीटें जीतीं. चुनाव के नतीजों ने एमवीए विधायकों के सत्तारूढ़ गठबंधन में जाने की अटकलों को हवा दे दी है.

'बावनकुले के दावे का जवाब देने लायक नहीं'
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष बावनकुले ने कहा, ‘‘एमवीए नेताओं को पार्टी बदलने के लिए मनाने का कोई संगठित प्रयास नहीं किया गया है. बीजेपी विकसित देश के लिए उनके विजन के साथ जुड़ने की इच्छा रखने वालों का स्वागत करने के लिए तैयार है." वहीं, नाना पटोले ने कहा कि बावनकुले का दावा जवाब देने लायक नहीं है.

महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस सांसद पार्टी के साथ हैं. हम नागपुर में महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी शीतकालीन सत्र में महायुति की वास्तविक स्थिति दिखाएंगे.’’ इससे पहले, बीजेपी नेता प्रवीण दारेकर ने बुधवार को संकेत दिया था कि विकास अगर उनकी प्राथमिकता है तो शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के कुछ सांसद निष्ठा बदल कर उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.

विनोद दारेकर ने कहा कि महा विकास अघाड़ी के कई सांसद, खासकर एनीसीपी (एसपी) के उन निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती हैं. बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘अगर विकास उनकी प्राथमिकता है, तो वे अपने राजनीतिक भविष्य पर सावधानी से विचार कर सकते हैं, क्योंकि केंद्र में और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार है.’’ 

'बीजेपी का गठबंधन कमजोर'- शरद पवार गुट
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार गुट के नेता विद्या चव्हाण ने दारेकर के दावों को खारिज कर दिया. विद्या ने कहा, "बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे नेताओं के साथ एक कमजोर गठबंधन है. सरकार को उनका समर्थन खोने का डर है. यही वजह है कि वे (विपक्षी दलों के सांसदों को लुभाने की) ऐसी रणनीति अपनाते हैं." 

एनसीपी (एसपी) नेता ने कहा, ‘‘हमारे सांसद दृढ़ हैं और गठबंधन को धोखा नहीं देंगे.’’ बीजेपी नेताओं की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि अगर बीजेपी एमवीए विधायकों को लुभाने के लिए पैसे और राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल करके 'ऑपरेशन लोटस' शुरू करने की योजना बना रही है, तो लोग उन्हें उचित समय पर करारा जवाब देंगे.यह अब कोई रहस्य नहीं है कि देश में तानाशाही ने अपने पैर जमा लिए हैं.

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार पर अमित शाह-CM फडणवीस का मंथन, फॉर्मूले पर लगेगी मुहर

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