Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में महायुति की नई सरकार का गठन हो गया है. अब मंत्री पदों को लेकर महायुति के सहयोगी दलों में विचार विमर्श चल रहा है. इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर यह आ रही है कि एकनाथ शिंदे को खुश करने के लिए बीजेपी मंत्री पदों पर समझौता कर सकती है और अपनी संख्या कम कर सकती है.
सूत्रों की मानें तो सरकार गठने के बाद अब बीजेपी ने शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को खुश करने की कवायद शुरू कर दी है. ऐसे में शिवसेना को अजित पवार की एनसीपी से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं. एकनाथ शिंदे को 12 से 13 मंत्री पद मिल सकते हैं तो वहीं अजित पवार के पास 8 से 10 मंत्री पद जा सकते हैं. बीजेपी खुद के लिए 18 से 20 मंत्री रखने पर विचार कर रही है.
बीजेपी के कुछ फैसलों से नाराज थे एकनाथ शिंदे?
दरअसल, महाराष्ट्र में महायुति की जीत के बाद बीजेपी के कुछ फैसलों से एकनाथ शिंदे नाखुश दिख रहे थे. देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाए जाने के निर्णय के बीच एकनाथ शिंदे ने चुप्पी साध ली थी और कुछ समय के लिए गांव भी चले गए थे, जहां उनसे संपर्क साधना मुश्किल हो गया था. उसी दौरान बीजेपी ने उन्हें डिप्टी सीएम का पद ऑफर किया था, लेकिन एकनाथ शिंदे ने इसे तुरंत न स्वीकारते हुए अपनी चुप्पी बरकरार रखी.
तब ये बातें सामने आ रही थीं कि एकनाथ शिंदे अपने बेटे के लिए डिप्टी सीएम का पद और अपने लिए विधानसभा परिषद अध्यक्ष के पद की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा, यह भी सामने आया था कि वह अपनी पार्टी के लिए गृह मंत्रालय का पद भी मांग रहे हैं. हालांकि, बीजेपी नेतृत्व ने उनसे बातचीत की और कुछ समय बाद एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम का पद स्वीकार कर लिया.
एकनाथ शिंदे ने नाराजगी की खबरों को किया था खारिज
बीजेपी आलाकमान से बातचीत के बाद शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने यह स्पष्ट तौर पर कहा था कि वह किसी बात से नाराज नहीं थे, बल्कि तबीयत खराब होने की वजह से अपने गांव गए थे. उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी फैसला लेंगे, वह उसका समर्थन करेंगे खुशी-खुशी सरकार बनाएंगे.
हालांकि, यह माना जा रहा था कि एकनाथ शिंदे से सीएम का पद लिए जाने के बाद बीजेपी उन्हें खुश करने के लिए शिवसेना को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है.
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