Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. गठबंधन दलों के बीच सीटों को लेकर बातचीत चल रही है. सभी पार्टियां अपने-अपने हिसाब से रणनीति बनाने में जुटी हैं. राज्य में एनडीए यानी महायुति गठबंधन के सहयोगियों के बीच भी अभी तक सीटों का बंटवारा फाइनल नहीं हो पाया है. इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले अधिक सीटों की उम्मीद जताते हुए महायुति की टेंशन बढ़ा दी है.


केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (ए) के प्रमुख रामदास अठावले ने रविवार (22 सितंबर) को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति में शामिल उनकी पार्टी को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 से 12 सीटों पर लड़ने का मौका मिलना चाहिए. 


अठावले की डिमांड से महायुति की टेंशन बढ़ी?


अठावले ने कहा, ''आरपीआई (ए) ने 18 संभावित सीटों की लिस्ट बनाई है, जिसे वह महायुति सहयोगियों के साथ शेयर करेगी और सीट बंटवारे के समझौते में उसे कम से कम 10 से 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.'' पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी को अपने कोटे से उनकी पार्टी को चार-चार सीटें देनी चाहिए. रामदास अठावले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन का हिस्सा है.


महायुति में किसकी क्या है डिमांड?


महाराष्ट्र में मौजूदा महायुति की सरकार में तीन पार्टियां शामिल हैं, जिसमें बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी है. सूत्रों की मानें तो 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी 150-160 सीटें पर अपना दावा ठोक रही है, जबकि बाकी 128 सीटें शिवसेना, एनसीपी और अन्य दलों के लिए छोड़ी जाएंगी. एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना 80-90 सीटों की मांग कर रही है. वहीं अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 70-80 सीटों की डिमांड कर रही है.


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 और 25 सितंबर को महाराष्ट्र में रहेंगे. जानकारी के मुताबिक छत्रपति संभाजीनगर में अहम बैठक में महायुति के सहयोगियों के बीच सीटों बंटवारे को लेकर फैसला हो सकता है. अमित शाह की मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार समेत चुनिंदा नेताओं से मुलाकात होगी. 


शाह अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र और पश्चिम महाराष्ट्र के बीजेपी पदाधिकारियों से भी बातचीत कर सकते हैं. बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ये मानती है कि चुनाव में जिताऊ उम्मीदवार को ही मौका मिलेगा. बहरहाल महाराष्ट्र में अभी चुनाव की तारीखों को लेकर घोषणा नहीं हुई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में कहा था कि राज्य में विधानसभा चुनाव इसी साल नवंबर में होंगे. 


ये भी पढ़ें:


'असदुद्दीन ओवैसी और उद्धव ठाकरे की...', एकनाथ शिंदे गुट के संजय निरुपम का चौंकाने वाला दावा