माहिम दरगाह उर्स की शुरुआत, मुंबई पुलिस ने जारी रखी परंपरा, चढ़ाई पहली चादर
Mahim Dargah Urs: मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हमने दरगाह पर सलामी दी और पहली चादर चढ़ाई.
Mahim Dargah Urs 2024: मुंबई के माहिम इलाके में स्थित हरजत मखदूम अली माहिमी की दरगाह पर लगने वाला सालाना मेला सोमवार (16 दिसंबर) को शुरू हो गया. ये मेला 10 दिनों तक चलेगा. मुंबई पुलिस ने सोमवार को पहली चादर चढ़ाई. कड़ी सुरक्षा के बीच ये मेला शुरू हो गया जो 10 दिनों तक चलेगा. यहां देशभर के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु आते हैं.
हमने दरगाह पर पहली चादर चढ़ाई- पुलिस
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधान पहने और पुलिस स्टेशन परिसर से दरगाह तक संदल (जुलूस) में शामिल हुए. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर विनायक वेताल ने कहा, "हमने माहिम दरगार पर आज सुबह सलामी दी जैसा कि हम हर साल करते हैं. हमने दरगाह पर पहली चादर चढ़ाई."
'तीन महीने पहले शुरू कर दी थी तैयारी'
इसके साथ ही पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि लोग, अपने धर्म और जाति के बावजूद 10 दिनों तक चलने वाला उर्स मनाते हैं. यह प्रथा ब्रिटिश काल से चली आ रही है. हमने तीन महीने पहले ही उर्स की तैयारी शुरू कर दी थी.
हम उर्स के दौरान मुंबई पहुंच जाते हैं- कॉन्सटेबल
कॉन्सटेबल प्रवीण चिपकर ने कहा कि वह 45 सालों से संदल में हिस्सा ले रहे हैं. हम जहां भी होते हैं, उर्स के वक्त माहिम पहुंच जाते हैं. मैं और मेरे सहकर्मी माहिम संदल से कभी चूकते नहीं हैं.
सात लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद- मैनेजिंग ट्रस्टी
माहिम दरगाह के मैनेजिंग ट्रस्टी सोहेल खंडवानी ने बताया, ''हजरत मखदूम अली माहिमी की आज 611वीं पुण्य तिथि है. हमारे पास उर्स का साल 1901 का गजट है. अगले 10 दिनों में माहिम में लगभग 400 से 450 'संदल' आने की उम्मीद है और सात लाख से अधिक लोग आएंगे. उन्होंने कहा कि मेले का आयोजन स्थानीय पुलिस, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की मदद से किया जा रहा है.