Maharashtra News: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने लेखक-निर्देशक महमूद फारूकी के एक कार्यक्रम को कैंसिल कर दिया है. आईआईटी के कुछ छात्रों और कर्मचारियों ने पत्र लिखकर फारूकी के कार्यक्रम का विरोध किया था. जिसके बाद आईआईटी प्रशासन ने शनिवार को उनके कार्यक्रम को कैंसिल करने का फैसला किया. फारूकी के कार्यक्रम को कैंसिल करने के पीछे छात्रों की दलील थी कि इससे यौन उत्पीड़न के पीड़ितों का अपमान होगा.


बता दें कि लेखक, कलाकार व निर्देशक महमूद फारूकी को यौन उत्पीड़न के एक मामले में अदालत ने दोषी ठहराया था. जिसके बाद उच्च न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया था. उन्हें आईआईटी मुंबई में इजहार महोत्सव के दौरान महाभारत के कर्ण के जीवन पर आधारित ‘दास्तान-ए-कर्ण अज महाभारत' नाटक प्रस्तुत करना था. आईआईटी मुंबई के अधिकारियों की तरफ से कार्यक्रम कैंसिल करने को पुष्टि की गई है.


महमूद फारूकी की भी आई प्रतिक्रिया
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसरा, कार्यक्रम के कैंसिल होने पर महमूद फारूकी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं कि आईआईटी मुंबई ने एक ऐसे समूह के दबाव के आगे घुटने टेक दिए जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सुना था.


अमेरिकी महिला ने लगाया था रेप का आरोप
बता दें कि अगस्त 2016 में पीपली लाइव फिल्म के सह-निर्देशक महमूद फारूकी पर रेप का आरोप लगा था.  दिल्ली की साकेत कोर्ट ने फारूकी को सात साल की सजा सुनाई थी, इसके साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था. उन्हें कोलंबिया यूनिवर्सिटी की एक अमेरिकी शोधार्थी से रेप के आरोप में सजा सुनाई गई थी. 


अमेरिकी महिला ने आरोप लगाया था कि फारूकी ने उनके साथ दिल्ली के सुखदेव विहार में रेप किया. वो अपने रिसर्च के काम के लिए दिल्ली आई थी. विदेशी महिला ने जून 2015 में फारूकी के खिलाफ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में रेप का आरोप लगाया था. महिला ने ये भी बताया कि फारूकी ने ईमेल के जरिए उससो माफी भी मांगी थी. हालांकि फारूकी ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया था.  


यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र चुनाव के लिए अजित पवार की NCP ने जारी की तीसरी कैंडिडेट लिस्ट, इन सीटों उम्मीदवार तय