'दिल्ली में मुख्य मुकाबला AAP और...', विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार गुट के नेता का बड़ा बयान
Delhi Election 2025: एनसीपी-एसपी नेता माजिद मेमन ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. कांग्रेस तीसरा पक्ष है, लेकिन उसकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता.
Delhi Assembly Election 2025: एनसीपी-एसपी नेता माजिद मेमन ने बुधवार (8 जनवरी) को दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि यहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, अगर कांग्रेस की बात करें, तो वो यहां तीसरा पक्ष है. लेकिन, इसकी भूमिका को भी खारिज करना किसी भी मायने में उचित नहीं रहेगा.
ईवीएम को लेकर भी माजिद मेमन ने कहा कि यह मुद्दा पूरे साल चलता रहता है लेकिन अगर इस पर व्यापक विचार-विमर्श की बात करें, तो इसमें कई तरह के पक्ष सामने आ जाते हैं, जिसमें चुनाव आयोग और राजनीतिक दल भी शामिल हैं.
Mumbai, Maharashtra: NCP (SP) leader Majeed Memon reacts to the Delhi Assembly elections, says, "...The only thing left was the announcement of the date, and that has been made now. Now, the battle will mainly be between AAP and BJP, with Congress as a third party in the race.… pic.twitter.com/IreWZZGj4H
— IANS (@ians_india) January 8, 2025
वहीं, माजिद मेमन ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने अपेक्षित तरीके से दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान किया. अगर अब मुकाबले की बात करें, तो ये सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है.
शरद पवार गुट के नेता ने यह स्पष्ट कर दिया कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में एनसीपी-एसपी की किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं है. ना ही एनसीपी-एसपी वहां पर किसी भी तरीके से सक्रिय है और न ही वहां पार्टी का कोई विधायक है. माजिद मेमन ने कहा, "ऐसे में मुझे लगता है कि हमारी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखना औचित्य नहीं है."
'किसी पार्टी की आंतरिक कलह में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए'
माजिद मेमन ने राजनीतिक दलों में होने वाली अनबन पर कहा कि आमतौर पर किसी भी राजनीतिक दल में ये होता रहता है, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसे विषयों को सार्वजनिक न कर आपस में ही सुलझा लेना चाहिए. इसे ज्यादा तूल देने से किसी भी प्रकार का फायदा होने वाला नहीं है. मुझे लगता है कि किसी भी पार्टी के आंतरिक कलह पर हमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा, मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि पूर्व प्रधानमंत्री का निधन हुआ है, तो ऐसी स्थिति में पूरा देश शोक मनाएगा. कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह से लड़ रही है और देश चाहता है कि मनमोहन सिंह के साथ न्याय हो.
ये भी पढ़ें: सांसद अमर काले का दावा, 'अजित पवार गुट में शामिल होने का ऑफर मिला, मैंने शरद पवार को...'