Mumbai Cyber Crime: मलाड (पश्चिम) में एक 61 वर्षीय स्टील व्यवसायी साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गए. उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट करने के लिए उन्होंने इंटरनेट पर बैंक का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया. जब उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड को सक्रिय करने के लिए इंटरनेट से अपने बैंक का एक नकली नंबर मिला और वो एक साइबर-धोखेबाजी का शिकार हो गए.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह दो दशकों से अधिक समय से क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहा है और उसने हाल ही में सिटी बैंक से एक क्रेडिट कार्ड जारी करवाया था जिसकी क्रेडिट सीमा 5 लाख रुपये है. हालांकि, उन्होंने कहा कि क्रेडिट कार्ड को इसके उचित सत्यापन के बाद सक्रियण की आवश्यकता है.
इसलिए, वह 3 अप्रैल को सुबह 11 बजे के आसपास इंटरनेट पर सिटीबैंक का फोन नंबर खोजने लगे, जिसके बाद उन्हें एक साइबर-धोखेबाज द्वारा अपलोड किए गए बैंक का फर्जी नंबर मिला. वरिष्ठ नागरिक को इस बात का अंदाजा नहीं था कि साइबर जालसाज गूगल पर अपना नंबर बैंकों के कस्टमर केयर, ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल्स के हेल्पलाइन नंबर, वाइन शॉप, कूरियर सर्विस, केक शॉप और मिठाई की दुकानों आदि के रूप में देते हैं.
पीड़ित ने उस नंबर पर कॉल किया और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन कुछ ही मिनटों में उन्हें एक मोबाइल नंबर से एक फोन आया जब जालसाज ने सिटी बैंक के एक बैंक अधिकारी का प्रतिरूपण किया और मदद की पेशकश की.
जालसाज ने वरिष्ठ नागरिक को एक फर्जी लिंक भेजकर लिंक पर अपना पता अपडेट करने के लिए कहा. पीड़ित ने बताया, “उन्होंने कहा कि मुझे अपना पता अपडेट करने के लिए अपने फोन पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) प्राप्त होगा. उन्होंने मुझसे ओटीपी साझा करने को कहा. मुझे "VM-CITYBK" से एक संदेश मिला और उसमें लिखा था, "पता बदलने के लिए PTP 10***7 है".
उन्होंने आगे कहा, “मैंने उस पर भरोसा किया और ओटीपी भेजा, जिसके बाद तीन लेनदेन में, मेरे खाते से 2.77 लाख रुपये ट्रांसफर हो गए. मुझे अलर्ट मिलने के तुरंत बाद, आदमी ने फोन काट दिया और जब मैंने उसे दोबारा फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया." वरिष्ठ नागरिक को तब एहसास हुआ कि उसे ठगा गया है और उसने पुलिस से संपर्क किया.
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