Manipur Violence News: मणिपुर के वायरल वीडियो पर एनसीपी सांसद (शरद पवार गुट) सुप्रिया सुले का कहना है, 'यह मामला राज्यों का नहीं है बल्कि महिलाओं का है. ये किसी की बेटी है किसी की मां है किसी की बहन है. ये राज्यों की कॉम्पिटिशन नहीं है. किसी भी राज्य में ऐसा होना गलत है.' आज से कुछ दिन पहले एनसीपी ने मणिपुर की घटना की कड़ी निंदा की थी. एनसीपी ने उस "दुखद" घटना की निंदा की, जहां मणिपुर में दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न घुमाया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया था.


सुप्रिया सुले ने बोला था हमला
एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने निशाना साधते हुए कहा था, "यह मणिपुर का एक चौंकाने वाला दृश्य है. यह घृणित और अपमानजनक है... महिलाओं के साथ पूरी तरह से अमानवीय व्यवहार. स्थिति तत्काल कार्रवाई की मांग करती है. आइए हम अपनी आवाज उठाएं और जवाबदेही की मांग करें.' ऐसे अत्याचारों के समय में चुप्पी अस्वीकार्य है." वायरल वीडियो के बाद एनसीपी ने सरकार से देश भर में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है.


एनसीपी की मांग
सुप्रिया सुले ने भी घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की शीघ्र पहचान और मुकदमा चलाने का आह्वान किया और मांग की कि उन्हें कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाए. सुले की बात को दोहराते हुए एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने भी सरकार से निर्णायक रूप से कार्य करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा की रक्षा एक अंतर्निहित मानव अधिकार है जिससे समझौता नहीं किया जा सकता है. हिंसा के ऐसे कृत्य न केवल हमारे समाज के नैतिक ताने-बाने को नष्ट करते हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर हमारे देश की छवि को भी धूमिल करते हैं'


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