Manohar Joshi Dies: लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी का शुक्रवार सुबह 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनके रिश्तेदारों के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है, "हमारे परिवार को आपको यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मनोहर जोशी का आज सुबह तीन बजे लंबे समय तक उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद निधन हो गया." शिवसेना के वरिष्ठ नेता का पार्थिव शरीर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उनके माटुंगा स्थित आवास पर रखा जाएगा. परिवार ने कहा, जोशी का अंतिम संस्कार दोपहर करीब तीन बजे शिवाजी पार्क श्मशान में किया जाएगा.
उद्धव ठाकरे ने जताया दुख
मनोहर जोशी के निधन पर शिवसेना (UBT) अध्यक्ष ने भी शोक जताया है. उद्धव ठाकरे का कहना है, ''यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मनोहर जोशी ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन उन्होंने कभी भी शिवसेना नहीं छोड़ी, वह हमेशा पार्टी के प्रति वफादार रहे.'' जब बालासाहेब ठाकरे को गिरफ्तार किया गया, तो वह उनके साथ गिरफ्तार किये गये लोगों में से एक थे. उनका निधन पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है."
इन नेताओं ने भी जताया शोक
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और कई दलों के नेताओं ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया. बैस ने कहा, ‘‘एक कुशल संगठनकर्ता, बेहतरीन सांसद, उत्कृष्ट वक्ता, प्रखर विपक्षी नेता और सम्मानित लोकसभा अध्यक्ष श्री जोशी ने हर भूमिका का निर्वहन करते हुए अपनी अमिट छाप छोड़ी.’’
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि समाज, राजनीति और शिक्षा के क्षेत्र में जोशी का योगदान बहुत बड़ा है. उन्होंने कहा कि जोशी विधान परिषद, विधानसभा और लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा के भी सदस्य रहे. उन्होंने कहा कि जोशी ने मुंबई के पार्षद और महापौर से लेकर मुख्यमंत्री और सांसद के तौर पर भी सेवाएं दीं.
अजित और शरद पवार ने जताया शोक
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जोशी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि मराठी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला एक नेता अब नहीं रहा. केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार ने कहा कि जोशी को राजनीतिक हलकों में एक ऐसे निष्कपट नेता के रूप में जाना जाता था जो अपना काम पूरा करने के लिए प्रयासरत रहते थे.
अशोक चव्हाण बोले
जोशी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे, जो अपने व्यस्त राजनीतिक कार्यक्रम के बावजूद कला और संस्कृति में रुचि रखते थे. शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने जोशी को शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का भरोसेमंद सहयोगी और मराठी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला व्यक्ति बताया.