Nagpur Violence: नागपुर में भड़की हिंसा मामले में मराठा एक्टिविस्ट मनोज जरांगे ने गंभीर आरोप लगाता हुए कहा कि यह महायुति सरकार द्वारा प्रायोजित है. उन्होंने साथ ही सीएम फडणवीस को नागपुर में फैली अशांति का जिम्मेदार बताया. जरांगे ने कहा कि सरकार मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को सुरक्षा दे रही है और दूसरी तरफ दक्षिण पंथी संगठन उसे हटाने की मांग कर रहे हैं. लोगों को यह देखना चाहिए.
नागपुर में सोमवार शाम को हिंसा भड़क गई थी. उपद्रवियों ने आम लोगों और पुलिस पर पथराव किया था. यह हिंसा एक अफवाह के बाद फैली थी. छत्रपति संभाजीनगर के एलोरा में मीडिया से बातचीत में जरांगे ने आरोप गया कि यह हिंसा सरकार और देवेंद्र फडणवीस द्वारा भड़काई गई है. वे उनलोगों को नहीं देखेंगे जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया था. वह एक्टर राहुल सोलापुरकर के संदर्भ में बात कर रहे थे जिनपर शिवाजी के अपमान का आरोप है. जरांगे ने कहा कि इस मामले में उनके हिंदुत्व को क्या हो गया.
हिंसा से सिर्फ गरीबों को होगा नुकसान- जरांगे
जरांगे ने यह दावा किया कि स्थानीय निकाय चुनाव से पहले यह किया जा रहा है और साथ ही कहा कि यह ठीक नहीं है.अगर वे औरंगजेब की कब्र को हटाना चाहते हैं तो वे केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में हैं. अगर कांग्रेस ने इस संरचना को संरक्षण देकर पहले गलती की थी तो अब सरकार के पास उसे सुधारने का मौका है. इस हिंसा के कारण केवल गरीब लोग आपस में लड़ेंगे. गरीब लोगों को अलर्ट रहना चाहिए.
चाहें तो एक मिनट में हटा सकते हैं कब्र- जरांगे
जरांगे ने कहा कि अगर वे कब्र हटाना चाहते हैं तो वे एक मिनट में कर सकते हैं. लेकिन कब्र को राज्य द्वारा पुलिस की सुरक्षा मिली हुई है. लोगों के पास समझने के लिए दिमाग है. स्थानीय चुनाव होने वाले हैं. सत्तारूढ़ पार्टियां चुनाव जीतना चाहती हैं. वे जनता, किसान और महिलाओं को परेशान करने वाली समस्याओं को सुलझा नहीं सकते.