Maharashtra: मनोज जरांगे ने बताया क्यों आरक्षण नहीं देना चाहती सरकार, बोले- 'हाशिए पर खड़े हैं हमारे बच्चे, इसी डर से...'
Maratha Reservation: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में मनोज जरांगे फिर एक्टिव हो गए हैं. जरांगे का कहना है कि मराठाओं का आरक्षण मिलेगा तो मराठा समाज के बच्चे शीर्ष पदों पर होंगे.
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Manoj Jarange Maharashtra Visit: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग का चेहरा बन चुके मनोज जरांगे ने राज्य में अपना दौरा शुरू कर दिया है. जरांगे ने सबसे पहले अपने दौरे की शुरुआत आंतरवाली से की है. जरांगे ने भूख हड़ताल खत्म करने के बाद आरक्षण मुद्दे को लेकर सरकार को दो महीने का समय दिया है. जरांगे ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी ये साफ कर दिया था कि आज से वो महाराष्ट्र का दौरा करेंगे और लोगों के बीच जाकर आरक्षण के प्रति उन्हें जागरूक करेंगे.
मनोज जरांगे पाटिल का भाषण
हमें आरक्षण नहीं मिला इसलिए हमारे बच्चे आज हाशिए पर खड़े हैं. मराठाओं का आरक्षण मिलेगा तो मराठा समाज के बच्चे शीर्ष पदों पर होंगे. इसी डर से अभी तक हमें आरक्षण नहीं दिया जा रहा है. सांसद और विधायकों के बच्चे को हम लोग साहब- साहब कहते रहते हैं. उन लोगो का हमेशा भला हुआ और हमारा नुकसान हुआ... लेकिन अब और नहीं. अभी लोगों की सूची तैयार की जा रही है. 24 दिसंबर को आरक्षण मिलेगा. महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले ओबीसी लोग हमारे साथ हैं. सरकार को टाइम बांड जारी करने के लिए 2 दिन का समय दिया गया है.
बेवजह सरकार पर नहीं करेंगे टिप्पणी
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि वो बेवजह सरकार पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नही करेंगे. हम कानूनी रूप से ओबीसी में है फिर अगर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू है तो उसे लेकर विरोध क्यों किया जा रहा है. कम से कम मराठा नेताओं को तो मराठाओं का विरोध नही करना चाहिए. आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए किसी भी तरीके की हिंसा न हो. मनोज जारांगे-पाटिल ने मराठाओं से 1 दिसंबर को सभी गांवों में श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल करने का आदेश दिया.
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