Manoj Jarange Patil On Maratha Community: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटील राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले अपनी योजना बनाने में जुट गए हैं. उन्होंने शुक्रवार (26 जुलाई) को कहा कि वे चुनावों के लिए अपनी रणनीति तय करने से पहले अगले महीने महाराष्ट्र के हर विधानसभा क्षेत्र में मराठा समुदाय की स्थिति के बारे में जानकारी इकट्ठा करेंगे.


उन्होंने कहा कि हर विधानसभा की क्षेत्रवार जानकारी 14 अगस्त से 20 अगस्त तक इकट्ठा की जाएगी. वो अस्पताल से पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां उन्हें सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठों के लिए आरक्षण के लिए अपनी भूख हड़ताल के बाद भर्ती कराया गया है.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जारांगे ने कहा, ''हम आपको अपनी आगे की योजनाओं के बारे में नहीं बता सकते. हम 14 अगस्त से 20 अगस्त तक हर विधानसभा क्षेत्र से अपनी स्थिति के बारे में जानकारी जुटाएंगे. राज्य में 288 विधानसभा क्षेत्र हैं. अगले सात दिनों तक जानकारी का अध्ययन करेंगे. राज्य भर से मराठा समुदाय के सदस्य 29 अगस्त को मिलेंगे और चुनाव के संबंध में निर्णय लेंगे.''


जरांगे ने गुरुवार (25 जुलाई) को कहा था कि वह और उनके अनुयायी मराठों के लिए आरक्षण का समर्थन करने वाले किसी भी राजनीतिक दल या नेता का समर्थन करेंगे. .उन्होंने अपने खिलाफ बयानबाजी करने वाले बीजेपी नेताओं को आड़े हाथों लिया. कई बीजेपी नेताओं ने पूछा है कि जारांगे ने कभी एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार या शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के खिलाफ क्यों नहीं बोला? 


इस पर उन्होंने कहा, ''मेरी आलोचना करने वाले बीजेपी नेता घटिया बातें कर रहे हैं. वे जानते हैं कि मैं मराठा कोटा पाने के लिए दृढ़ हूं और पीछे नहीं हटूंगा. चूंकि वे तय नहीं कर पा रहे हैं कि क्या करें, इसलिए वे इस तरह की बातें कर रहे हैं. 


जारांगे ने दावा किया कि डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि मराठा समुदाय को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) श्रेणी के तहत आरक्षण दिया जाना चाहिए. जारांगे उस मसौदा अधिसूचना को लागू करने की मांग कर रहे हैं जो कुनबियों को 'ऋषि सोयारे' (ब्लड) के रूप में मान्यता देता है.


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