Maratha Reservation: मनोज जरांगे ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर बोला हमला, कहा- 'अगर आप मुझसे टकराव चाहते हैं तो मैं...'
Manoj Jarange Attacks Narayan Rane: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कहा कि आप (नारायण राणे) बड़े इसलिए कुछ नहीं कहा. लेकिन अगर आप चुनौती देंगे तो इसके लिए तैयार हैं.
Maratha Reservation News: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर निशाना साधा है. उन्होंने शुक्रवार (16 फरवरी) को कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता उनसे टकराव चाहते हैं और चुनौती देते हैं तो वह इसके लिए तैयार हैं. मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के सातवें दिन जालना जिले के अपने पैतृक अंतरवाली सरती गांव में पत्रकारों से बात कर रहे थे. दो दिन पहले, नारायण राणे ने महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैलियों को बाधित करने की धमकी देने के लिए मनोज जरांगे पर निशाना साधा था.
नारायण राणे ने कही थी ये बात
नारायण राणे ने कहा था, ‘‘मनोज जरांगे ने एक संवेदनहीन टिप्पणी की कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महाराष्ट्र में कार्यक्रम को बाधित करेंगे. उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं. मैं आपको चुनौती देता हूं कि जब प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र का दौरा करेंगे तो आप अपनी जगह से हिल भी जाएं. मैं उन्हें मराठों का नेता नहीं मानता.’’
मनोज जरांगे ने क्या कहा?
मनोज जरांगे ने कहा, ‘‘हमने आपके (राणे) के बारे में कुछ नहीं कहा. चूंकि आप मुझसे बड़े हैं, मैं आपका सम्मान करता हूं. लेकिन मैंने आपको चेतावनी दी थी कि मेरे खिलाफ मत बोलो... इसलिए यदि आप मुझसे टकराव चाहते हैं तो मैं आपका सामना करने के लिए तैयार हूं. यदि आप मुझे चुनौती देंगे, तो मैं आपको जवाब में चुनौती दूंगा.’’
मनोज जरांगे ने यह भी कहा कि केंद्रीय मंत्री के बेटे एवं पूर्व सांसद नीलेश राणे को अपने पिता से कहना चाहिए कि वह उनके खिलाफ न बोलें. मराठा आरक्षण मुद्दे पर राज्य में कुछ स्थानों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच, कार्यकर्ता ने अपने समुदाय के सदस्यों से प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि उनका विरोध 20 फरवरी तक जारी रहेगा और अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में विफल रहती है, तो मराठा समुदाय आंदोलन तेज कर देगा.
सरकार ने की थी ये घोषणा
सरकार ने पहले ही घोषणा की थी कि आरक्षण और मराठा समुदाय की अन्य मांगों पर चर्चा के लिए 20 फरवरी को महाराष्ट्र विधानमंडल का एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि उनकी मांगों को लेकर सरकार ने उन्हें धोखा दिया है, तो जरांगे ने कहा कि उन्हें धोखा नहीं दिया गया है.
ये भी पढ़ें: क्या BJP और राज ठाकरे की MNS का होने जा रहा है गठबंधन? देवेंद्र फडणवीस के बयान से मिले ये संकेत