Manoj Jarange on Assembly Election 2024: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने गुरूवार को कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के सिलसिले में रणनीति की घोषणा 29 अगस्त को की जाएगी. उन्होंने कहा कि वह और उनके समर्थक उस राजनीतिक दल या नेता का समर्थन करेंगे जो मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के पक्ष में होगा.


दूसरी ओर, बीजेपी नेताओं ने उन्हें निशाना बनाना जारी रखते हुए सवाल किया कि वह एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे के विरूद्ध कुछ क्यों नहीं बोलते हैं. जरांगे यहां एक निजी अस्पताल में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. आरक्षण के वास्ते उनकी हालिया भूख हड़ताल के बाद इसी अस्पताल में उनका उपचार किया जा रहा है.


उन्होंने कहा, ‘‘हम 29 अगस्त को विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी रणनीति घोषित करेंगे और इसके लिए एक बैठक होगी. हम अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे, साथ ही उन लोगों के साथ खड़े होंगे जो मराठा समुदाय के साथ खड़े हैं और हमें लिखित में देंगे कि वे मराठा आरक्षण का समर्थन करते हैं. चाहे वे किसी भी जाति या समुदाय से हों.’’


मुंबई में बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने सवाल उठाया कि क्यों जरांगे ने उन लोगों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला जिन्होंने मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने की कभी कोशिश नहीं की. उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कहा, ‘‘दरअसल, ये ही वे लोग हैं जिन्होंने सुनिश्चित किया कि आरक्षण रद्द हो जाए.’’


शेलार ने कहा, ‘‘वह (जरांगे) उन लोगों पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं जिन्होंने आरक्षण दिलाया तथा उसे कायम रखा, और कई विद्यार्थियों तथा युवाओं को उससे लाभ मिला. वह उनके विरूद्ध कुछ नहीं बोलते हैं जिन्होंने आरक्षण रद्द करवाया. जब (1990 के दशक में) शरद पवार मुख्यमंत्री थे तब मराठा समुदाय को (अन्य पिछड़ा वर्ग कोटे के तहत) आरक्षण नहीं मिला. क्या जरांगे ने उनके विरूद्ध कभी कुछ बोला?’’


बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘बाद में, शरद पवार के समर्थन से उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने और उनके ही कार्यकाल में अदालत में आरक्षण नहीं बचाया जा सका. क्या जरांगे ने उद्धव ठाकरे, शरद पवार या नाना पटोले (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) के विरूद्ध कभी कुछ कहा?’’


शेलार ने कहा, ‘‘बीजेपी ने हमेशा मराठा समुदाय की मांगों का समर्थन किया है...देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी ने मराठा आरक्षण को कानूनी रूप से स्वीकृति दिलाने की कोशिश की. जब तक जरांगे आरक्षण की बात कर रहे हैं, हम उनके साथ हैं. लेकिन जिस समय वह सीमा लांघेंगे और राजनीतिक बयान देंगे, हम भी सीमा लांघने के लिए मजबूर हो जाएंगे.’’


पिछले कुछ दिनों में बीजेपी नेताओं- प्रवीण डारेकर और प्रसाद लाड ने भी जरांगे के बारे में तीखी टिप्पणी की है. शेलार ने यह भी कहा कि जरांगे पूरे मराठा समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.


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