Maratha Reservation Protest: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारंगे ने रेप और हत्या के दोषियों में से एक जितेंद्र उर्फ पप्पू शिंदे के फांसी पर लटके पाए जाने की खबरों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र सरकार ने 2016 के कोपर्डी बलात्कार और हत्या के दोषी की फांसी सुनिश्चित नहीं की, लेकिन भगवान ने हमें न्याय दिया है. बता दें, आरोपी ने रविवार की सुबह यरवदा जेल की कोठरी में फांसी लगा ली थी. पिछले कुछ दिनों से मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राज्य में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. जालना के अंतरवाली सरोती गांव में मनोज जारांगे पाटिल पिछले दस से अधिक दिनों से अनशन पर बैठे हैं. उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, ऐसे में परिजनों की चिंता भी बढ़ गई है.
क्या बोले मनोज जारांगे?
जारांगे ने जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में संवाददाताओं से कहा, "विभिन्न जातियों और समुदायों के लोग भीषण कोपर्डी घटना की निंदा करने के लिए एकजुट थे. हर कोई मांग कर रहा था कि इसमें शामिल सभी दोषियों को फांसी दी जाए." जारांगे ने कहा कि मामले में अब बचे दो दोषियों को जल्द से जल्द मौत की सजा मिलनी चाहिए. "अदालत की कार्यवाही जनता की अपेक्षा के अनुरूप नहीं चल रही है. हमने कार्यवाही में तेजी लाने के लिए सरकार को बार-बार ज्ञापन सौंपा है."
क्या था मामला?
13 जुलाई, 2016 को 15 वर्षीय लड़की के बलात्कार और हत्या के बाद पूरे महाराष्ट्र में मराठा समुदाय ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था. पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग को लेकर विभिन्न समूहों द्वारा कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर विरोध मार्च आयोजित किए गए थे. महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए कल एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी. इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा दिलाया है कि किसी के साथ भी गलत नहीं होगा.
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