Maratha Reservation: महाराष्ट्र (Maharashtra) में मराठा समुदाय ने एक बार फिर से आरक्षण की मांग तेज कर दी है. यही कारण है कि इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में यह मामला काफी गर्म है. वहीं इस बीच मराठवाड़ा इलाके में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर दो और लोगों ने आत्महत्या कर ली है. जिससे यह आंकड़ा बढ़कर अब 6 तक पहुंच गया है.


दरअसल महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन काफी समय पहले से ही तेज है. इस बीच 4 लोगों ने मराठा आंदोलन को लेकर आत्महत्या तक कर ली थी, वहीं अब गुरुवार को 2 अन्य ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि दोनों ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है.


संभाजीनगर में युवक ने की आत्महत्या


जानकारी के अनुसार छत्रपति संभाजीनगर के अपाटगांव में रहने वाले 28 वर्षीय गिरीश काकासाहेब कुबेर ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी. उसने आत्महत्या से पहले एक संदेश छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी अंतिम इच्छा के रूप में मांग की है कि उसका अंतिम संस्कार तभी किया जाए जब तक मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं मिल जाता.


मराठवाड़ा क्षेत्र में पेड़ से लटका मिला शव


वहीं मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली के अखाड़ा बालापुर में एक अन्य 25 वर्षीय युवक कृष्ण कल्याणकर ने भी अपने खेत में एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिसकी सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से उतार कर जब उसकी तलाशी ली तो उन्हें एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने आत्महत्या का कारण मराठा आरक्षण को बताया है. 


उद्धव ठाकरे ने मराठा आरक्षण के लिए पीएम मोदी से की मांग


बता दें कि शिवसेना-यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेंद्र मोदी से गुरुवार को मांग करते हुए कहा कि उन्हें मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे से मिलना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पीएम मोदी को मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के मुद्दे को सुलझाना चाहिए. जानकारी के अनुसार मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जालना जिले में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया है.


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