Maratha Reservation पर सर्वदलीय बैठक में शिवसेना UBT के नेताओं को बुलावा नहीं, संजय राउत ने जताई नाराजगी
Maratha Reservation Meeting: संजय राउत का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार ने आरक्षण पर फैसला लेने के लिए बैठक रखी, लेकिन उद्धव ठाकरे समेत शिवसेना के नेताओं को नहीं बुलाया गया.ऐसी सरकार का क्या करें?
Maratha Reservation Meeting: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए हो रहे आंदोलन ने तूल पकड़ लिया है. इसके लिए बुधवार (1 नवंबर) को महाराष्ट्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक रखी है. मुंबई के सह्याद्री अतिथि गृह पर होने वाली इस बैठक में शिवसेना (UBT) के प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का नाम आमंत्रित सदस्यों की लिस्ट में नाम नहीं है. पार्टी का कहना है कि शिवसेना (UBT) के बाकी विधायक या सांसदों को भी ऑल पार्टी मीटिंग में नहीं बुलाया गया है. हालांकि इस बैठक के लिए शिवसेना UBT से विधान परिषद के विपक्ष नेता अंबादास दानवे एकमात्र नेता हैं, जिनको बुलाया गया है.
गौरतलब है कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक के लिए बुलाया गया है. यह बैठक सह्याद्री अतिथि गृह में होनी है, जिसमें मराठा आरक्षण पर चर्चा की जाएगी. आमंत्रिच नेताओं की जो लिस्ट जारी हुई है, उसमें उद्धव ठाकरे, संजय राउत आदि शिवसेना यूबीटी के नेताओं के नाम शामिल नहीं हैं.
नाराज संजय राउत ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
इस पर शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने भी नाराजगी जताई है. सांसद संजय राउत का कहना है कि उनकी पार्टी के सांसदों और विधायकों को सर्वदलीय बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने आरक्षण पर फैसला लेने के लिए बैठक रखी, लेकिन उद्धव ठाकरे समेत शिवसेना के नेताओं को नहीं बुलाया गया. केवल महाराष्ट्र विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे को ही सरकार ने बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया है.
'एक विधायक वाली पार्टी को भी आमंत्रण, शिवसेना यूबीटी को नहीं'
संजय राउथ ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा, 'इस सरकार का क्या करें? भले ही महाराष्ट्र जल रहा हो, लेकिन उनकी बेशर्म राजनीति जारी है।' मराठा आरक्षण पर मुख्यमंत्री ने बुलाई सर्वदलीय बैठक. उस बैठक में शिवसेना को आमंत्रित नहीं किया गया था. शिवसेना के पास 16 विधायक और 6 सांसद हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है.'
या सरकारचे करायचे काय?
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 31, 2023
महाराष्ट्र पेटलाय तरी यांचे निर्ल्लज्ज राजकरण सुरूच आहे. मराठा आरक्षणावर सर्व पक्षीय बैठक मुख्यमंत्र्यांनी बोलावली.त्या बैठकीचे निमंत्रण शिवसेनेला नाही.
शिवसेनेचे 16 आमदार व 6 खासदार आहेत. सर्वोच्च न्यायालयात खटला सुरू आहे.
एक आमदार असलेल्यांना आमंत्रण.एकही… pic.twitter.com/kQ0jdDtdCf
संजय राउत ने कहा कि सरकार ने उन लोगों को भी निमंत्रित किया है, जिनका एक विधायक है. जिनका कोई विधायक नहीं है उन्हें भी आमंत्रित किया गया है लेकिन शिवसेना को नहीं. अंबादास दानवे को विपक्ष के नेता के रूप में आमंत्रित किया गया है, ठीक है. हम लाड़-प्यार नहीं चाहते लेकिन सवाल हल करो. हिसाब-किताब का समय नजदीक आ रहा है.
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