Maratha Reservation: फिर गरमाया आरक्षण का मुद्दा, भुजबल की आलोचनाओं का जवाब देंगे जरांगे, जालना में होगी भव्य सभा
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा एकबार फिर गरमाता जा रहा है. कुछ दिन पहले जालना में OBC नेताओं की एक महासभा हुई. इसके बाद मनोज जरांगे भी यहां से एक सभा करने वाले हैं.
Manoj Jarange Meeting: जालना जिले के अंबाड की बैठक में मंत्री छगन भुजबल द्वारा की गई आलोचना का जवाब देने के लिए मनोज जारांगे ने भी जालना में एक भव्य बैठक का आयोजन किया है. यह बैठक 1 दिसंबर को जालना शहर में होगी. इसकी तैयारी के लिए शनिवार (18 नवंबर) को जालना शहर के मातोश्री लॉन में सकल मराठा समाज और मराठा क्रांति मोर्चा की बैठक हुई. इस समय एक दिसंबर को जालना शहर के आजाद मैदान में जारांगे की भव्य सभा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. दिलचस्प बात यह है कि कहा जा रहा है कि जारांगे इस बैठक से भुजबल की आलोचना का जवाब देंगे.
भुजबल के आरोपों का जवाब देंगे जरांगे
मराठा आरक्षण को लेकर मंत्री छगन भुजबल और मनोज जारांगे के बीच विवाद अब बढ़ता नजर आ रहा है. जिस जालना में मनोज जारांगे ने मराठा आरक्षण की लड़ाई शुरू की थी, उसी जालना में भुजबल ने ओबीसी बैठक कर जारांगे को चुनौती दी. अब भुजबल की आलोचना का जवाब देने के लिए उसी जालना में जारांगे की एक बैठक आयोजित की गई है. बैठक 1 दिसंबर को जालना शहर के आजाद मैदान में होगी.
मनोज जरांगे करेंगे जालना में सभा
मनोज जारांगे की कई जिलों में बैठकें हो चुकी हैं. इससे पहले राज्य विधानसभा इंटरवेले सारती में आयोजित की गई थी। लेकिन जालना जिले के लिए जारांगे ने अभी तक एक भी बैठक नहीं की है. इसी बीच भुजबल जालना जिले में आये और जारांगे की आलोचना की. इसलिए अब जारांगे जालना शहर में एक बैठक आयोजित करने की तैयारी कर रहे थे और इसके लिए शनिवार को एक बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में मनोज जारांगे पाटिल द्वारा निर्धारित बैठक की योजना पर विस्तृत चर्चा हुई. जिसमें एक दिसंबर को महाबैठक करने का निर्णय लिया गया.
बड़ी संख्या में शामिल होंगे लोग
मराठा क्रांति मोर्चा के समन्वयक जिले के सभी तालुकाओं में बैठकें करेंगे ताकि मराठा समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में इस बैठक में शामिल हो सकें। आयोजकों ने दावा किया है कि जालना शहर में मनोज जारांगे पटल द्वारा आयोजित बैठक मराठा समुदाय की न्याय की मांग को हल करने में एक मील का पत्थर साबित होगी। व्यापारियों को कोई नुकसान न हो इसके लिए शहर में होने वाली इस बैठक के दिन कोई बंद नहीं बुलाया जाएगा. बैठक से पहले छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा से एक भव्य रैली भी निकाली जाएगी.