Maratha Aarakshan Protest: मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) में वीरोध और बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब मराठा आरक्षण की मांग करने वाले  आंदोलनकारियों ने ठाणे के भिवंडी में राज्य के मुख्यमंत्री  एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस (Devendra Fadnavis) के पोस्टर पर कालिख पोत दी.


सीएम एकनाथ शिंदे ने दिया ये आश्वाशन
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक में फैसला किया गया कि राज्य में अन्य समुदायों को दिये जा रहे वर्तमान आरक्षण में छेड़छड़ किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाना चाहिए. शिंदे ने कार्यकर्ता मनोज जरांगे से अपील की कि वह अपना अनशन समाप्त कर दें और सरकार को कुछ समय दें. जरांगे 25 अक्टूबर से अनशन पर हैं.  शिंदे ने कहा, ‘‘सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि मौजूदा समय में जिन समुदायों को आरक्षण मिल रहा है, उनमें छेड़छाड़ किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण देने की कोशिश की जानी चाहिए.






मनोज जरांगे से की ये अपील
सीएम शिंदे ने मनोज जरांगे से अपील और अनुरोध करते हुए कहा, वह अपना अनशन समाप्त कर दें और सरकार से सहयोग करें. राज्य को उच्चतम न्यायालय में दाखिल करने के लिए उपचारात्मक याचिका तैयार करने में कुछ समय की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार दो मोर्चों पर काम कर रही है, पहला मराठवाड़ा में मराठा समुदाय को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र (ताकि अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण का लाभ ले सके) जारी कर रही है और दूसरा  शीर्ष न्यायालय में दाखिल करने के लिए त्रृटि रहित उपचारात्मक याचिका तैयार कर रही है.


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