Maratha Reservation: सर्वदलीय बैठक में विधायकों के घरों पर हमले और हिंसक आंदोलन को लेकर जताई गई चिंता, फडणवीस ने की ये अपील
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर सर्वदलीय बैठक जारी है. इस बैठक में हिंसक आंदोलन और आगजनी को लेकर चिंता जताई गई है. इस बैठक में कई बड़े नेता मौजूद हैं.
Maratha Aarakshan Protest: एक ओर जहां राज्य में मराठा विरोध की आग भड़क रही है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा आरक्षण पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. सर्वदलीय बैठक चल रही है और विभिन्न दलों के नेता अपना पक्ष रख रहे हैं. बैठक में सभी ने मराठा आरक्षण आंदोलन के कारण विधायकों के घरों पर हमले, निजी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान, शांति आंदोलन के हिंसक रूप लेने पर चिंता व्यक्त की है.
सरकार ने की ये अपील
सभी दलों को आरक्षण संबंधी कानून को समझना चाहिए. सरकार वही काम करेगी जो कानून के अनुरूप होगा.' कोई राजनीति नहीं करना चाहता. आप सभी इसमें सहयोग कर रहे हैं. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपील की कि हमारे कुछ नेताओं को विरोध करने के बजाय सरकार का पक्ष समझना चाहिए. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया कि सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले मराठा आरक्षण का सबूत दिया गया. सूत्रों ने बताया कि चर्चा सिर्फ सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई गलतियों के बारे में थी.
सर्वदलीय बैठक में क्या बोले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम स्थायी आरक्षण देंगे और सरकार सकारात्मक है. विरोधियों को सकारात्मक रहना चाहिए. मुख्यमंत्री शिंदे ने अपील की कि विपक्षी दल की भूमिका महत्वपूर्ण है और हमसे भी सरकार की मदद की उम्मीद है. हम आरक्षण के पक्षधर हैं. सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की गई है. मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि जल्द ही उनकी सुनवाई शुरू होगी.
बता दें, महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन जारी है. मनोज जारंगे भी आरक्षण की मांग को लेकर कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. जारंगे का कहना है कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती तो वो पानी पीना भी छोड़ देंगे.
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