Manoj Jarange Patil: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में मनोज जारांगे पाटिल की भूख हड़ताल को लेकर हिंसा भड़कने के दो दिन बाद, राज्य सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया है. सरकारी सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. पाटिल मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जालना के अंतरवाली सारथी गांव में मंगलवार से भूख हड़ताल कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश करने के बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया. हिंसा भड़कने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इस दौरान 40 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए और राज्य परिवहन की 15 से अधिक बस को आग लगा दी गई.


360 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने बताया कि इस हिंसा के सिलसिले में 360 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सरकार के एक सूत्र ने बताया कि पाटिल को मराठा आरक्षण मुद्दे पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है. सूत्र ने कहा, ‘‘मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर सरकारी अधिकारियों और पाटिल के बीच बैठक होगी.’’


देवेंद्र फड़णवीस ने की मनोज जारांगे पाटिल से बात
ANI के अनुसार, डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने मराठा आंदोलन के नेता मनोज जारांगे पाटिल से बात की और उन्हें चर्चा के लिए बुलाया. राज्यसभा सांसद और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले ने भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सीएम से अनुरोध किया था. उपमुख्यमंत्री ने जारांगे पाटिल को आश्वासन दिया कि जालना घटना में न्याय होगा. सरकार को उम्मीद है कि जल्द ही मराठा आंदोलन के नेताओं के साथ बैठक होगी. इसके अलावा, मराठा आरक्षण पर आज की कैबिनेट उपसमिति की बैठक दोपहर में होगी, मराठा आरक्षण से संबंधित उप-समिति की बैठक में सीएम और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहेंगे.


ये भी पढ़ें: Jan Samvad Yatra: इंडिया सम्‍मेलन के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी को घेरने में जुटी कांग्रेस, शुरू की 'जन संवाद यात्रा', इन्होंने संभाली कमान