Maratha Reservation Protest Highlights: नेताओं के आवास और दफ्तरों की सुरक्षा बढ़ी, मराठवाड़ा के पांच जिलों में MSRTC की बस सेवाएं निलंबित
Maratha Reservation Protest News Highlights: मराठा आरक्षण की मांग ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया है. आंदोलनकारियों ने एनसीपी के विधायकों के दफ्तर और घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की.
राज्य में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन तेज होने के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के सभी सांसदों और विधायकों की एक अहम बैठक वर्षा बंगले पर की. बैठक के बाद मंत्री उदय सामंत ने कहा कि सभी शिवसेना सांसदों और विधायकों ने मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे के प्रति विश्वास व्यक्त किया है और समर्थन दिया है. सीएम ने सांसदों और विधायकों से मराठा आरक्षण के मुद्दे पर इस्तीफे की पेशकश नहीं करने की भी अपील की है. इस्तीफ़ा देने से मसला हल नहीं हो सकता.
मराठा समुदाय के आरक्षण की मांग को लेकर हिंसा के बीच मध्य महाराष्ट्र में मराठवाड़ा क्षेत्र के पांच जिलों में राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गयी हैं. वहीं सीएम, डिप्टी सीएम और राजनीतिक दलों के दफ्तरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस अलर्ट मोड में है.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों ने 50 से 55 लोगों की पहचान की है जो मौजूदा मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक गतिविधियों में शामिल थे. उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. फडणवीस के पास गृह विभाग भी है.
अनशन पर बैठे मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मंगलवार शाम तक या बुधवार तक कोई फैसला नहीं हुआ तो वो थोड़ा भी पानी नहीं पीएंगे. वो पानी पीना बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि हम आज सरकार द्वारा लिए गए किसी भी फैसले से सहमत नहीं हैं.
Maratha Reservation News: मराठा आरक्षण समर्थक प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाए. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. मराठा समुदाय के सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सिंहगढ़ रोड थाने के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने दोपहर में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर नवले पुल पर सड़क अवरुद्ध कर दी, नारे लगाए और सात-आठ टायरों में आग लगा दी.’’
Maratha Reservation: महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने कहा, "सकल मराठा समाज जानता है कि उस समय कौन सरकार में थे और किन्होंने मराठा समाज का आरक्षण सुप्रीम कोर्ट में गंवाया है. हमारी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रही है... मराठा समाज बहुत ही शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन करता है, कौन भड़काने का काम कर रहा है, आगजनी कर रहा है इसपर सरकार का ध्यान है."
Maratha Reservation Live: कैबिनेट मीटिंग में जस्टिस शिंदे समिति की पहली रिपोर्ट स्वीकार की गई है. कुनबी प्रमाण पत्र देने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है. सेवानिवृत्त न्यायाधीश जिन्होंने मराठवाड़ा में निजाम काल और अन्य उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर मराठा-कुनबी, कुनबी-मराठा जाति प्रमाण पत्र के संबंध में कार्यवाही निर्धारित की. संदीप शिंदे समिति की पहली रिपोर्ट को आज राज्य कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया है.
Maratha Reservation: केंद्रीय गृह विभाग ने महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण से उत्पन्न कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की है. इस बीच, सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के हालात पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से फोन पर बातचीत की है.
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र के प्रमुख ओबीसी नेताओं को राज्य सरकार सुरक्षा मुहैया कराएगी. कैबिनेट बैठक में ये आश्वासन दिया गया है. राज्य के ओबीसी नेताओं और मंत्रियों समेत गृह विभाग की खुफिया जानकारी की मदद से हमलों को रोकने के प्रयास किए जाएंगे. एहतियातन कैबिनेट महत्वपूर्ण ओबीसी नेताओं को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर सकारात्मक है.
Maratha Reservation Protest: मराठा आरक्षण समर्थक आंदोलनकारी पुणे शहर में नवले पुल के पास पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसका एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि समर्थक टायर जलाकर बीच सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में चल रहे मराठा आरक्षण विरोध के कारण कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) ने बताया कि बेंगलुरु से शिरडी, मुंबई और पुणे के लिए बसों का प्रस्थान कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
Maratha Reservation Protest: महाराष्ट्र में एक तरफ जहां मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ शिंदे गुट के कई नेता ऐसे हैं जिन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर अपना समर्थन देते हुए इस्तीफा दे दिया है. इस बीच खबर सामने आई है कि छत्रपती संभाजीनगर में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक रमेश बोरनारे ने भी इस्तीफा दे दिया है.
Maratha Reservation Protest: एसपी बीड नंद कुमार ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा, "अब तक 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और कल शाम से किसी घटना की सूचना नहीं है. विभिन्न स्थानों पर पुलिस गश्त जारी है, धारा-144 लगा दी गई है."
Maratha Reservation Protest: मराठा आरक्षण पर इस वक्त की बड़ी खबर. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने फोन पर आंदोलनकारियों के नेता मनोज जारंगे से बात की है. सीएम शिंदे ने ठोस फैसला लेने का आश्वाशन दिया है. सीएम से बातचीत के बाद जारंगे ने पानी भी पिया है.
Maratha Reservation Protest Live: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग अब हिंसक रूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र के बीड जिले में देखने को मिला है. प्रशासन ने बीड और उस्मानाबाद में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दिया है और इलाके में कर्फ्यू भी लगा दिया है.
Maratha Reservation Protest: उपवास पर बैठे आरक्षण समर्थक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने सोमवार को किसी खास क्षेत्र में नहीं, बल्कि समूचे महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग की और चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार ने यह मांग नहीं मानी तो वर्तमान आंदोलन को बढ़ाया जाएगा.
बीड जिले में धारा 144 लगाने के बाद प्रशासन ने इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया. 30 अक्टूबर रात आठ बजे से 1 नवंबर रात आठ बजे तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है.
सोमवार को मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने जालना जिले के एक गांव में आरक्षण की मांग के समर्थन में अपना अनिश्चितकालीन उपवास जारी रखा. अनशन के छठे दिन जारांगे की स्वास्थ्य स्थिति खराब हो गई, जब वह मंच पर गिर पड़े, जिससे स्थल पर मौजूद लोग उनकी सहायता के लिए दौड़ पड़े. उनके अनुरोध पर उन्होंने कुछ घूंट पानी पी लिया.
मराठा आरक्षण के आंदोलनकारियों ने आज शाम बीड शहर में एनसीपी कार्यालय में आग लगा दी. बाद में उन्होंने विधायक संदीप क्षीरसागर और राज्य के पूर्व मंत्री जय क्षीरसागर के आवासों में भी आग लगा दी.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्यपाल रमेश बैस से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे हैं. आज दिन भर मराठा आरक्षण को लेकर लिए गए निर्णय और सरकार के कदमों की जानकारी सीएम साझा करेंगे. दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस अपने सरकारी निवास सागर बंगले में बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं.
बैकग्राउंड
Maratha Reservation Protest News: महाराष्ट्र के नासिक और हिंगोली से शिवसेना के सांसदों ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग के समर्थन में अपना इस्तीफा दे दिया. दोनों को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता हैं. हिंगोली के सांसद हेमंत पाटिल ने सोमवार को नयी दिल्ली में लोकसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंपा, जबकि नासिक के सांसद हेमंत गोडसे ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिंदे को भेजा है.
पाटिल ने दिल्ली में एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, ‘‘चूंकि लोकसभा अध्यक्ष अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे, इसलिए कार्यालय सचिव को त्यागपत्र सौंप दिया गया. मुझे पावती मिल गई है.’’ पाटिल ने पद छोड़ने का फैसला तब किया जब यवतमाल में आंदोलनकारियों ने उन्हें रोक लिया और उनसे आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा. पाटिल ने मौके पर ही अपना त्यागपत्र का मसौदा तैयार किया और आंदोलनकारियों को सौंप दिया.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने आंदोलनकारियों को त्यागपत्र सौंपने को राजनीतिक हथकंडा करार दिया था. इस बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, ‘‘ मैं नेहरू-गांधी परिवार में पैदा नहीं हुआ हूं. उनकी दो-तीन पीढ़ियां सत्ता में हैं. उन्होंने (कोटा देने के लिए) पहल की होती.’’ पाटिल ने कहा, ‘‘मराठा समुदाय के कई नेता मुख्यमंत्री बने लेकिन समुदाय को कुछ नहीं मिला.’’नासिक में, शिवसेना सांसद गोडसे ने अपना त्यागपत्र तब लिखा जब मराठा प्रदर्शनकारियों ने उनसे इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा. उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे को अपना इस्तीफा भेजा और उनसे मराठा समुदाय को जल्द से जल्द आरक्षण देने की अपील की.
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की. मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन को सोमवार को हिंसा और आगजनी ने अपनी गिरफ्त में ले लिया.
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