Maratha Reservation: महाराष्ट्र सरकार ने मानी मनोज जरांगे की मांगे? ये थी उनकी डिमांड, मुंबई की ओर बढ़ रहा कारवां
Manoj Jarange March: मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे की कुछ मांगों को महाराष्ट्र सरकार ने मान लिया है. इस लिस्ट में कई मांगें थी जिसपर राज्य सरकार ने सहमती जताई है.
Manoj Jarange Demand List: मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के सामने कुछ मांगे रखी थी जिसे सरकार ने मान लिया है. जानिए किन मांगों पर उन्होंने सहमती जताई है. मनोज जरांगे ने कहा, अगर आरक्षण चाहिए तो लड़ना सीखना होगा. सरकार का मानना है 37 लाख लोगों को प्रमाणपत्र दिया गया है. प्रमाण पत्र किसे दिया है उसकी जानकारी मांगी है. शिंदे समिति को अभिलेख ढूंढने समय बढ़ाया जाए, और इसे एक साल तक बढ़ाया जाए.
मनोज जरांगे ने की है ये मांग
जरांगे ने अपने एक बयान में आगे कहा, अभिलेख (नोंदि) खोजने में हमें भी मदद करनी होगी. अभिलेख मिलने पर सभी संगे-संबंधियों को प्रमाण पत्र दिया जाए. सगे संबंधियों को लेकर अध्यादेश निकाला जाए. जरांगे ने मांग रखी है कि, अंतरावली सहित महाराष्ट्र के सभी मामले जो दर्ज है उसे वापास लिया जाए. हमें आश्वासन दिया गया है केस वापस लिया जाएगा, उस सरकारी आदेश का पत्र हमे दिखाया जाए.
शिंदे समिति को रद्द नहीं करने की अपील
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, शिंदे समिति को रद्द नहीं करना चाहिए. जो शपत पत्र दिया जाएगा उसे मुफ्त बांटा जाए. अगर घर के एक व्यक्ति का अभिलेख मिलता है तो घर के अन्य सदस्य को अर्ज करना चाहिए. 100 फीसदी आरक्षण मिलने तक मराठाओं को मुफ्त में शिक्षा दीजिये. सरकारी भर्तियां हमारे लिए जगह रिजर्व करके करिए, यह हमारी मांग थी, जिसे सरकार ने माना है.
आज मुंबई नहीं जाएंगे मनोज जरांगे
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल मराठा आज मुंबई की ओर नहीं जाएंगे. वे नवी मुंबई में ही रहेंगे. जारांगे पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार से आज रात तक मराठा आरक्षण को लेकर जीआर जारी करने को कहा है. अगर आज रात तक महाराष्ट्र सरकार की ओर से जीआर जारी नहीं किया गया तो मराठा कल सुबह मुंबई की ओर मार्च करेंगे.
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