Milind Deora Resigns: राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने वाले थे मिलिंद देवड़ा, फिर क्यों हुआ कांग्रेस से मोह भंग? विस्तार से जानें इस्तीफे की वजह
Milind Deora Resigns: माना जा रहा है कि शिवसेना शिंदे गुट मिलिंद देवड़ा को आगामी लोकसभा के लिए दक्षिण मुंबई की सीट देने को तैयार हो गई है. मिलिंद ने साल 2004 और 2009 में यहां से जीत हासिल की थी.
Milind Deora Resignation from Congress Reason: महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर नेता मिलिंद देवड़ा ने रविवार को पार्टी छोड़ने का बड़ा फैसला लिया. रविवार 14 जनवरी की दोपहर मिलिंद देवड़ा एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने वाले हैं. हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि 55 साल से देवड़ा परिवार का रिश्ता कांग्रेस से रहा है, ऐसे में अचानक कांग्रेस से उनके मोह भंग की क्या वजह रही? आइए विस्तार से जानते हैं.
दरअसल, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव में साउथ मुंबई की सीट देवड़ा को देने का वादा किया है. इस सीट पर मिलिंद देवड़ा ने दो बार जीत दर्ज की. यह सीट जब उद्धव ठाकरे गुट को दे दी गई, तो मिलिंद देवड़ा ने इस पर नाराजगी जाहिर की.
दक्षिण मुंबई सीट रही मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे की बड़ी वजह
सूत्रों से यह जानकारी भी मिली थी कि कांग्रेस से इस्तीफा देने से पहले मिलिंद देवड़ा ने जयराम रमेश से मुलाकात की थी. दक्षिण मुंबई की सीट को लेकर उन्होंने कांग्रेस नेता जयराम रमेश से कहा था कि 2009 तक दक्षिण मुंबई की सीट कांग्रेस की थी लेकिन 2014 और 2019 में मोदी लहर के बीच यह सीट शिवसेना के पास चली गई थी. हालांकि अब शिवसेना का उद्धव गुट पीएम मोदी के साथ नहीं है, इसलिए ये सीट वापस कांग्रेस को मिलनी चाहिए. मिलिंद देवड़ा ने जयराम रमेश से मांग की थी कि उनकी यह बात राहुल गांधी तक पहुंचाई जाए और वो खुद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होकर अपनी बात उनसे कहेंगे. हालांकि कुछ ही दिन बाद कांग्रेस से उनका इस्तीफा दे देना लोगों को अचंभित कर रहा है.
55 साल पुराना था देवड़ा परिवार और कांग्रेस का रिश्ता
जानकारी के लिए बता दें कि मिलिंद देवड़ा ही नहीं, उनके पिता जी दिवंगत मुरली देवड़ा भी उम्र भर कांग्रेस का अहम हिस्सा रहे. कांग्रेस की सरकार में मुरली देवड़ा पेट्रोलियम मंत्री थे. उनके बाद कांग्रेस ने परंपरागत सीट साउथ मुंबई उन्हीं के बेटे मिलिंद देवड़ा को दी.