Mira Road Violence: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले रविवार देर रात मीरा रोड शहर में दो समुदायों के बीच मामूली झड़प हो गई, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और सोमवार सुबह तक हालात पर काबू पा लिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. लोगों के एक समूह ने भगवान राम मंदिर का चित्रण करने वाले भगवा झंडों के साथ लगभग आधा दर्जन वाहनों का जुलूस निकाला था. जब यह अल्पसंख्यक बहुल इलाके से गुजर रहा था, तो दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद तीखी बहस और झड़प हुई.
कुछ लोगों ने तोड़े वाहनों के शीशे
झड़पों में "चाकू के इस्तेमाल" के कारण एक व्यक्ति को मामूली चोट आई, जबकि कुछ उपद्रवियों ने लाठी-डंडों से कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए और दूसरे समूह पर पथराव भी किया. जैसे ही हालात गंभीर होते दिखे, नया नगर पुलिस की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची, दोनों पक्षों के उत्तेजित नेताओं के साथ बातचीत करने और शांति स्थापित करने का प्रयास किया और स्थिति को नियंत्रित किया. एहतियात के तौर पर गड़बड़ी के लिए कम से कम पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया और गिरफ्तार किया गया, क्योंकि झगड़े को शुरुआत में ही दबा दिया गया था.
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ "कतई बर्दाश्त नहीं" किया जाएगा.
पुलिस उपायुक्त जयंत बजबले का बयान
मीरा-भायंदर वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय के पुलिस उपायुक्त जयंत बजबले इस मामले की जांच कर रहे हैं, जिसका वीडियो सोमवार को वायरल हो गया, जिस पर तीखी प्रतिक्रियाएं हुईं. इस बीच, किसी भी कानून-व्यवस्था की समस्या से बचने के लिए सोमवार को शहर में मजबूत पुलिस बल तैनात किया गया है. हालात अब सामान्य बताए जा रहे हैं.
क्या बोले डीसीपी श्रीकांत पाठक
मीरा भयंदर के डीसीपी श्रीकांत पाठक ने कहा, "हम घटना की जांच कर रहे हैं. आरोपियों के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी...मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं...पुलिस ने समय पर कार्रवाई की है..."