कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) द्वारा राणा की टिप्पणी की आलोचना करने और इस योजना को राजनीति से प्रेरित करार देने के बाद, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार (13 अगस्त) को कहा कि एक भाई द्वारा अपनी बहनों को दिया गया उपहार कभी वापस नहीं लिया जा सकता.
विपक्षी दलों की आलोचना के बाद राणा ने दावा किया कि उन्होंने यह टिप्पणी मजाक में की थी. एकनाथ शिंदे सरकार की प्रमुख ‘मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिन योजना’ के तहत राज्य की पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे.
राणा ने सोमवार (12 अगस्त) को अमरावती में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘चुनाव के बाद मैं इस राशि को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये (प्रति माह) करने की मांग करूंगा. मैं आपका भाई हूं... लेकिन अगर आपने अपना आशीर्वाद नहीं दिया, तो मैं आपके बैंक खातों से 1,500 रुपये वापस ले लूंगा.’’
वह हल्के-फुल्के अंदाज में बोल रहे थे
राणा की पत्नी एवं पूर्व सांसद और भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार नवनीत राणा को अमरावती संसदीय क्षेत्र से इस साल हुये आम चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
‘महायुति’ सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर की गई रवि राणा की टिप्पणी से गठबंधन को होने वाले नुकसान और विपक्ष को बढ़त मिलने के खतरे के आलोक में, विधायक ने दावा किया कि वह हल्के-फुल्के अंदाज में बोल रहे थे. ‘मुख्यमंत्री माझी लडकी बहिन योजना’ में राज्य में 21-65 वर्ष आयु की पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक सहायता देने का प्रस्ताव है.
'बहनों को दिया गया उपहार कभी वापस नहीं लिया जाता'
जलगांव में एक समारोह को संबोधित करते हुए फडणवीस ने पूर्ववर्ती महा विकास अघाड़ी सरकार पर महिला सशक्तीकरण की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘भाई द्वारा अपनी बहनों को दिया गया उपहार कभी वापस नहीं लिया जाता. इस योजना की आलोचना करने वालों ने सत्ता में रहते हुए महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया. उन्हें अब (महायुति सरकार द्वारा शुरू की गई योजना को लेकर) दर्द हो रहा है. अगर हम अपनी बहनों के जीवन के बोझ का कुछ हिस्सा साझा करते हैं, तो उन्हें इससे क्या समस्या है.’’
'बहनों का प्यार खरीदा नहीं जा सकता'
विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने लड़की बहिन योजना के तहत 1,500 रुपये की ‘‘मामूली’’ मासिक सहायता पर सवाल उठाया है. इस आलोचना का जवाब देते हुए बीजेपी नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘1,500 रुपये से बहनों का प्यार नहीं खरीदा जा सकता.’’मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक समारोह को संबोधित करते हुये विकासोन्मुख शासन पर जोर दिया . पवार महायुति सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के धड़े का नेतृत्व कर रहे हैं .
'आलोचकों को सबक सिखाया जाना चाहिए'
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, ‘‘अगर आप चाहते हैं कि विकास से संबंधित सभी कार्य जारी रहें तो हमारे पक्ष में मतदान करिये .’’ सीएम शिंदे ने कहा कि लड़की बहिन योजना को सावधानीपूर्वक और योजना बनाकर तैयार किया गया है. उन्होंने मांग की कि इस योजना को ‘‘भिक्षा एवं रिश्वत’’ कहने वाले आलोचकों को सबक सिखाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘इसे आठ से दस महीने की योजना और तैयारियों के बाद शुरू की गई है .’’
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि रवि राणा की टिप्पणी से लड़की बहिन योजना के राजनीतिक मकसद का पता चलता है.उन्होंने सवाल किया कि इस योजना के तहत वितरित किया गया पैसा राणा का है, मुख्यमंत्री का है या उपमुख्यमंत्री का.राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने राणा को पैसे वापस लेने की धमकी पर अमल करने की चुनौती दी.
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘अगर महिलाओं को इस तरह से धमकाया जाता है...तो ऐसा करें और फिर देखें कि मैं क्या करती हूं.’’ आलोचनाओं के बीच राणा ने मंगलवार को अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुये दावा किया, ‘‘मैंने जो कहा वह हास्य के तौर पर था. जब मैंने यह कहा तो महिलाएं हंसने लगीं. विपक्षी नेताओं ने इस पर अनावश्यक रूप से हंगामा किया.’’
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