Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक रोहित पवार (Rohit Pawar) ने रविवार (22 अक्टूबर) को आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के आदेश पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) के तरफ से कोष रोके जाने से महाराष्ट्र में निर्माणाधीन सरकारी अस्पतालों का 26 स्थानों पर काम अधूरा पड़ा है. 


उन्होंने कहा कि अजित पवार को बीजेपी (BJP) नेता ‘‘नियंत्रित’’ करना चाहते हैं. एनसीपी के शरद पवार गुट से जुड़े रोहित पवार ने आरोप लगाया कि जिन अस्पतालों के कार्य अधूरे पड़े हैं उनमें उनके निर्वाचन क्षेत्र कर्जत-जामखेड में निर्माणाधीन अस्पताल भी शामिल हैं. 


अजित पवार को नियंत्रित करने का प्रयास-रोहित


उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘कर्जत और जामखेड तहसीलों में सरकारी अस्पतालों का निर्माण कार्य आंशिक रूप से पूरा हो गया है. धन की कमी के कारण काम अब रुका हुआ है. अजित पवार वित्त मंत्री हैं, लेकिन बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निर्देश दिया है कि उनकी अनुमति के बिना धन जारी नहीं किया जाए.’’


रोहित ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह अजित पवार को नियंत्रित करने का एक प्रयास है, जो पदनाम से फडणवीस के समकक्ष हैं. अगर कोई व्यक्ति इलाज की कमी के कारण अपनी जान गंवा देता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.’’


रोहित के आरोपों पर सूरज का पलटवार


अपने विधानसभा क्षेत्र में लंबित कार्यों की तस्वीरें साझा करते हुए पवार ने कहा कि प्रदेश में 26 स्थानों पर इसी तरह की स्थिति है. रोहित के आरोपों पर पलटवार करते हुए अजित पवार गुट के सूरज चव्हाण ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री के रूप में, अजित पवार ने आपके निर्वाचन क्षेत्र कर्जत जामखेड विधानसभा को 1,827.65 करोड़ रुपये दिए हैं.


जिसमें से 106 करोड़ रुपये सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से दिए गए हैं, जबकि 25 करोड़ रुपये दोनों तहसीलों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए दिए गए हैं.”चव्हाण ने कहा, ‘‘ऐसा कोई नहीं है जो अजित पवार को नियंत्रित कर सके. अजित दादा ऐसे कामों पर कभी राजनीति नहीं करते.’’


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