मुंबई में चाचा Vs भतीजा, आदित्य ठाकरे को हराने के लिए राज ठाकरे की पार्टी ने कसी कमर
Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र की वर्ली हॉट सीट बन गई है. यहां आदित्य ठाकरे विधायक हैं और उनके चाचा राज ठाकरे अब यहां के लिए बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं. यहां के लिए विजन पेश करने वाले हैं.
![मुंबई में चाचा Vs भतीजा, आदित्य ठाकरे को हराने के लिए राज ठाकरे की पार्टी ने कसी कमर mns of raj thackeray will launch its vision for worli which is aadtiya thackerays constituency ann मुंबई में चाचा Vs भतीजा, आदित्य ठाकरे को हराने के लिए राज ठाकरे की पार्टी ने कसी कमर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/09/19/cde0717307719ec67e79dec8200aaa921726736524588490_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra News: महाराष्ट्रस नवनिर्माण सेना (MNS) ने वर्ली विधानसभा के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दी है. अगले शनिवार को एमएनएस ने 'वर्ली विजन' नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. वर्ली की जनता की विभिन्न समस्याओं को लेकर इसे पेश किया जाएगा. माना जा रहा है कि वर्ली विधानसभा के लिए मनसे हाईटेक घोषणा पत्र पेश करने वाली है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज ठाकरे करेंगे. दरअसल, वर्ली में शिवसेवा-यूबीटी बनाम एमएनएस की सीधी लड़ाई होने वाली है. यह उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की सीट है.
दोनों ठाकरे में कौन ताकतवर?
उद्धव ठाकरे के पार्टी का जन्म 1966 में हुआ और राज ठाकरे की एमएनएस की शुरुआत 2006 में हुई. 2009 में राज ठाकरे पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़े उस समय ठाकरे के 13 विधायक जीत कर आए थे. इसी चुनाव में उद्धव ठाकरे के 44 विधायक जीते थे. 2014 और 2019 राज ठाकरे की पार्टी के एक-एक विधायक चुनकर आए थे. उसकी तुलना मे उद्धव ठाकरे के 2014 में 63 और 2019 में 56 विधायक जीतकर आए थे. 2009 से 2019 तक उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ गठबंधन में थे और राज ठाकरे शुरुआत से अकेले के दम पर लड़ते आए हैं. 2014 के बाद राज ठाकरे सिर्फ वोट कांटने का काम करते आए हैं और इसका फायदा बाकी पार्टियों को होता रहा है.
क्या महायुति के साथ आएंगे राज ठाकरे?
एमएनएस ने लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को समर्थन का ऐलान किया था लेकिन विधानसभा राज ठाकरे बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले हैं. हालांकि बीजेपी और सीएम शिंदे से दोस्ती का हाथ मिलाने की भी संभावना है क्योंकि अगर राज ठाकरे खुद क बल पर लड़ते हैं तो मराठी वोटों में बंटवारा हो सकता है. यह टालने के लिए शिंदे और फडणवीस राज ठाकरे को मना सकते हैं.
ये भी पढ़ें- मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर संजय पांडे राजनीति में रखने जा रहे कदम, इस पार्टी में होंगे शामिल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)