Monsoon Session: महाराष्ट्र में आज से शुरू हो रहा है विधानमंडल का मानसून सत्र, विपक्ष की इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी
Maharashtra News: महाराष्ट्र में आज से विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. ये सत्र 4 अगस्त तक चलेगा. विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए रणनिति बना ली है.
Monsoon Session of Maharashtra legislature: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र से पहले मुंबई में एक चाय पार्टी में शामिल हुए. महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र आज मुंबई में शुरू होगा और 4 अगस्त तक चलेगा. कल शाम मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चाय पार्टी का बहिष्कार करने के लिए विपक्ष की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि 210 से ज्यादा विधायक मौजूदा सरकार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि यह विपक्ष का कर्तव्य है कि अगर सरकार कुछ गलत कर रही है तो उससे सवाल करे.
क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में महाराष्ट्र का शीर्ष स्थान सरकार द्वारा पिछले एक साल में की गई कड़ी मेहनत के कारण है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की ताकत बढ़ी है. विपक्षी कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा आयोजित टी-पार्टी का बहिष्कार किया है.
अंबादास दानवे ने कही ये बात
एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि कम ताकत के बावजूद, शेष विधायकों का अनुभव और वरिष्ठता विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने के लिए पर्याप्त होगी. दानवे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पार्टियों को तोड़ने में व्यस्त है और उसके पास किसान आत्महत्याओं पर ध्यान देने का समय नहीं है. उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी है.
इससे पहले, विपक्षी दलों ने मानसून सत्र की रणनीति और सत्ता पक्ष के खिलाफ उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा के लिए एक संयुक्त बैठक की. चूंकि अजित पवार के नेतृत्व में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक सत्तारूढ़ सरकार में शामिल हो गए हैं, महाराष्ट्र सरकार अब 288 सदस्यीय विधानसभा में 207 विधायकों के बहुमत के साथ खड़ी है. विपक्ष के पास सिर्फ 81 विधायक हैं.