MPCB News: महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रमुख और शिवसेना नेता रामदास कदम के बेटे सिद्धेश कदम ने शुक्रवार को प्रमुख पद पर अपनी नियुक्ति का बचाव करते हुए कहा कि यह पूरी जांच के बिना नहीं किया जा सकता था. एमपीसीबी अध्यक्ष के रूप में सिद्धेश कदम की नियुक्ति की सोशल मीडिया पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने आलोचना की है, जिन्होंने दावा किया है कि इस तरह के कदम से एमपीसीबी जैसी महत्वपूर्ण संस्था का कामकाज ठप हो जाएगा. सिद्धेश, रामदास कदम के छोटे बेटे हैं, जो पहले पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री थे.


उनके बड़े भाई योगेश कदम दापोली से विधायक हैं और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सेना से हैं. सिद्धेश ने पीटीआई से कहा, “राज्य सरकार और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में मेरी नियुक्ति की. संबंधित विभाग ने इस निर्णय पर पहुंचने से पहले उचित जांच की होगी.”


अपनी नियुक्ति पर हो रहे शोर के बारे में उन्होंने कहा, ''मैं विज्ञान स्नातक हूं और ऑस्ट्रेलिया के डीकिन विश्वविद्यालय से एमबीए (अंतर्राष्ट्रीय) की डिग्री रखता हूं. मुझे मेरे काम से आंका जाना चाहिए. मैं आलोचना का जवाब अपने काम से ही दूंगा.'' पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग से संबंधित एक गजट अधिसूचना के अनुसार, पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मामलों में 25 वर्षों का अनुभव रखने वाला या पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मामलों से निपटने वाले संस्थानों में अनुभव रखने वाले व्यक्ति को एमपीसीबी के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जा सकता है.


अधिसूचना के अनुसार, यदि सरकार किसी अधिकारी को एमपीसीबी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करना चाहती है, तो वह व्यक्ति "भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में है या रहा है जो सचिव या उससे ऊपर के पद पर है या रह चुका है". इसमें कहा गया है कि अधिकारी के पास विज्ञान या इंजीनियरिंग में डिग्री होनी चाहिए और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मामलों का ज्ञान होना चाहिए और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मामलों से निपटने वाले केंद्र सरकार या राज्य सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के संस्थानों या विभागों के प्रशासन में अनुभव होना चाहिए.


शिक्षा योग्यता के बारे में, अधिसूचना में कहा गया है कि नियमों के तहत किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से पर्यावरण से संबंधित विज्ञान में मास्टर डिग्री या पर्यावरण या सिविल या रसायन से संबंधित विषय में इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है.


सीएम शिंदे की अध्यक्षता वाले पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग ने बुधवार को नियुक्ति आदेश में कहा कि सिद्धेश ए एल जरहाद का स्थान लेंगे. जरहाद को 7 सितंबर, 2023 को एमपीसीबी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन वह बिना कोई वैध कारण बताए अनुपस्थित रहे, और इसलिए उन्हें हटा दिया गया.


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