IIT Bombay Student Fee Hike Protest: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), बॉम्बे के छात्रों ने शुक्रवार को फीस वृद्धि के खिलाफ अपनी सप्ताह भर की भूख हड़ताल वापस ले लिया है. संस्थान प्रशासन द्वारा प्रस्तुत एक प्रस्ताव के बाद शाम को निर्णय लिया गया, जिसमें पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) और पीएचडी छात्रों के लिए बढ़ी हुई ट्यूशन फीस सहित फीस में काफी कमी का आश्वासन दिया गया था. यह राहत तब मिली है जब एक शुल्क समिति ने विरोध कर रहे छात्रों की मांगों के संबंध में छात्र निकाय द्वारा दिए गए प्रपोजल पर विचार किया और फीस में कमी किए जाने की सिफारिश की. प्रशासन के अनुसार, इन सिफारिशों को अब अंतिम निर्णय के लिए बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सामने पेश किया जाएगा. बैठक 19 अगस्त को होने की संभावना है.


फीस में की गई इस बदलाव की मांग


छात्रों के अनुसार, पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रमों में नए प्रवेश के लिए ट्यूशन फीस, जो क्रमशः 5,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये और 2,500 रुपये से 5,000 रुपये कर दी गई थी, अब आधी हो जाएगी. शुल्क समिति द्वारा प्रस्तावित सिफारिशों के अनुसार, पीजी और पीएचडी प्रवेश के लिए नया रियायती शुल्क क्रमशः 15,000 रुपये और 3,750 रुपये होगा. मौजूदा छात्रों, हालांकि उनकी ट्यूशन फीस में वृद्धि नहीं की गई थी, को शुल्क संरचना के अन्य सभी घटकों में काफी राहत प्रदान की जानी है, जिसमें चिकित्सा शुल्क, छात्रावास का किराया, बिजली और पानी के शुल्क, मेस स्थापना शुल्क, परीक्षा शुल्क, जिमखाना, छात्र हितैषी कोष और छात्र दुर्घटना बीमा कोष आदि शुल्क शामिल हैं.


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छात्रों ने बयान में कही ये बात


प्रशासन ने छात्रावास सुविधा कोष में 5 अगस्त को पहले ही आंशिक कटौती की थी, जो जारी रहेगी. अन्य सभी घटकों में कमी यूजी, पीजी और पीएचडी नए के साथ-साथ मौजूदा छात्रों सहित सभी पर लागू होगी. बकौल द इंडियन एक्सप्रेस आईआईटी बॉम्बे स्टूडेंट्स अगेंस्ट फीस हाइक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि, "हम इस प्रस्ताव को आंशिक लेकिन पर्याप्त जीत के रूप में मानते हैं...हमें फीस में कमी के रूप में सभी छात्रों के लिए कम से कम कुछ मौद्रिक राहत मिल सकती है. छात्रों ने एक साथ आकर इस चरण के दौरान असाधारण संकल्प का प्रदर्शन किया." बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि अगर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया तो हड़ताल तेज कर दी जाएगी.


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