Mumbai Pollution Today: वायु प्रदूषण को लेकर हाई कोर्ट की फटकार के बाद मुंबई नगर निगम प्रशासन काफी सतर्क हो गया है. इसके बाद मनपा प्रशासन ने अब सभी प्रमुख सड़कों को पानी से धोने का फैसला किया है. धूल नियंत्रण के लिए 121 टैंकरों सहित अन्य संयंत्रों का उपयोग किया जाएगा. 60 फीट से अधिक चौड़ी सड़कें, व्यस्त फुटपाथों को साफ किया गया है और पानी से धोया गया है. गौरतलब है कि इसमें मुख्य रूप से पुनर्नवीनीकरण के साथ-साथ स्थानीय स्रोतों के पानी का उपयोग किया जाएगा. जिससे पीने का पानी बर्बाद नहीं होगा. साथ ही लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण और धूल पर नियंत्रण के लिए प्रशासन ने यह फैसला लिया है.
BMC ने उठाया ये कदम
वायु प्रदूषण का कारण बनने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए मुंबई नगर निगम ने कई महत्वपूर्ण उपायों की योजना बनाई है. इसके तहत सभी 24 प्रशासनिक प्रभागों में 60 फीट से अधिक चौड़ी सड़कों, व्यस्त फुटपाथों की सफाई और धुलाई का काम तेजी से किया जा रहा है. पूरे मुंबई में लगभग 550 किमी लंबी सड़कों को नियमित रूप से साफ करने और धोने की योजना बनाई गई है.
इसके लिए 121 पानी के टैंकर और अन्य प्लांट, मैनपावर को लगाया गया है. विशेष रूप से इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि पीने का पानी मुख्य रूप से पुनर्नवीनीकरण के साथ-साथ स्थानीय स्रोतों के पानी का उपयोग करके बर्बाद न हो. इस बीच वायु प्रदूषण के विभिन्न उपायों की प्रगति जानने के लिए 3 नवंबर को अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई.
सीएम शिंदे ने दिया ये सुझाव
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सुझाव दिया था कि मुंबई नगर निगम प्रशासन को मुंबई महानगर में वायु प्रदूषण और विशेष रूप से धूल को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए. नगर निगम आयुक्त एवं प्रशासक इकबाल सिंह चहल एवं अतिरिक्त नगर आयुक्त (पश्चिमी उपनगर) डाॅ. सुधाकर शिंदे के मार्गदर्शन में मनपा के सभी 24 प्रशासनिक प्रभागों में युद्ध स्तर पर ये कार्य शुरू कर दिए गए हैं.
अपर नगर आयुक्त के निर्देशानुसार सड़कों एवं फुटपाथों पर धूल की मात्रा कम करने के लिए नगर निगम द्वारा वाहन माउंटेड एंटी-स्मॉग मशीनें लागू की गई हैं. इसके साथ ही सभी प्रशासनिक प्रभागों में विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां अत्यधिक यातायात रहता है, सड़कों, फुटपाथों की विशेष सफाई और पानी की धुलाई तेजी से की जा रही है. पूरे मुंबई महानगर में लगभग 650 किमी लंबी सड़कों की नियमित रूप से सफाई और धुलाई करने की योजना बनाई गई है और इस उद्देश्य के लिए 121 पानी के टैंकर और अन्य संयंत्र और जनशक्ति नियुक्त की गई है.