BEST Bus Accident: मुंबई में हफ्ते भर के अंदर BEST बस से तीसरा हादसा, टक्कर के बाद बाइक सवार की मौत
Mumbai Accident: मुंबई के गोवंडी इलाके में बेस्ट बस ने एक 25 वर्षीय बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए हॉस्टिपल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
Mumbai BEST Bus Accident: मुंबई में बेस्ट बस से एक और हादसा हुआ है. गोवंडी इलाके में बेस्ट बस ने एक 25 वर्षीय बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. यह घटना शनिवार रात को मुंबई के शिवाजी नगर गोवंडी में हुई. एक हफ्ते से भी कम समय में बेस्ट (BEST) बस से जुड़ी यह तीसरी घटना है. मृतक की पहचान विनोद दीक्षित के रूप में हुई है.
जानकारी के मुताबिक, बस शिवाजी नगर से कुर्ला बस स्टेशन (ई) जा रही थी. इसी समय बाइक सवार विनोद दीक्षित बस के दाहिने पिछले टायर की चपेट में आ गया और उसके सिर में चोट लग गई. घायल व्यक्ति को तुरंत पुलिस वैन द्वारा राजावाड़ी अस्पताल, घाटकोपर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
एक हफ्ते में तीन घटना
बता दें सीएसएमटी के पास बुधवार को एक बेस्ट बस ने एक 55 वर्षीय व्यक्ति को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. जबकि, सोमवार को कुर्ला के एसजी बर्वे मार्ग पर बेस्ट बस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 43 अन्य लोग घायल हो गए थे. इस दौरान पूछताछ में ड्राइवर ने बताया था कि उसने केवल 10 दिन तक ही इलेक्ट्रिक बस चलाने का प्रशिक्षण लिया था.
बेस्ट बस से क्यों डर रहे मुंबई के लोग?
बता दें मुंबई में बेस्त बस हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अब मुंबई की जनता में बेस्ट बस का डर दिखने लगा है. एबीपी न्यूज की ग्राउंड रिपोर्ट में मुंबई की जनता में बेस्ट बसों के खिलाफ गुस्सा देखे को मिला. लोगों का कहना है कि बेस्ट बस के ड्राइवर पर डंपर चालक हुआ करते थे. डंपर चलाने वालों को अब बस चलाने दे दी गई है. ये लोग अंदर बैठे पैसेंजर को कंकड़-पत्थर समझते हैं.
वहीं दूसरे व्यक्ति का कहना था कि बेस्ट की प्राइवेट बसों के लिए अनट्रेंड ड्राइवर रखे गए हैं, जिनकी वजह से हादसे होते हैं. एक शख्स ने बताया कि मुंबई में पहले की बसें और ड्राइवर अच्छे हुआ करते थे. इलेक्ट्रिक बसें सड़कों के लिए सही नहीं लग रहीं. एक यात्री ने कहा कि मिट्टी और गिट्टी उठाने वाली डंपर गाड़ी चलाने वाले लोगों को अब बेस्ट की बस चलाने दे दी गई है. ये चालक बस के अंदर बैठे लोगों को गिट्टी-मिट्टी ही समझते हैं. ये लोग बहुत खतरनाक हैं.