Mumbai News: मुंबई को पीने के पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलें सोमवार की सुबह तक 98.4 प्रतिशत भरी हुई हैं और उनमें 14,47,363 मिलियन लीटर की कुल क्षमता के मुकाबले 14,24,250 मिलियन लीटर पानी है, जो अगले साल मानसून तक चलने के लिए पर्याप्त है. बीएमसी के मुताबिक मुंबई को पीने के पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलें ऊपरी वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, वेहर और तुलसी हैं, जो या तो मुंबई में संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान और ठाणे और पालघर के पड़ोसी जिलों में स्थित हैं.
तीन झीलों में 100 प्रतिशत तक भरा पानी
सोमवार की सुबह, सात झीलों में से तीन- मोदक सागर, वेहर और तुलसी में 100 प्रतिशत पानी का भंडार था. बृहन्मुंबई नगर निगम शहर की लगभग 4,400 मिलियन लीटर की मांग के मुकाबले हर दिन 3,850 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति करता है. बीते कुछ दिनों में जब मुंबई महानगर क्षेत्र में भारी बारिश हुई, सात झीलों के जलग्रहण क्षेत्र में कुल मिलाकर 1,237 मिमी बारिश हुई. पिछले पांच दिनों में सबसे अधिक बारिश 8 सितंबर और 9 सितंबर की सुबह के बीच 24 घंटों के दौरान 468 मिमी हुई थी, इसके बाद 24 घंटों के दौरान 7 से 8 सितंबर के बीच 382 मिमी बारिश हुई थी. पिछले 24 घंटों में झीलों में 49 मिमी बारिश हुई है.
Maharashtra News: सांसद नवनीत राणा के खिलाफ फिर से एक मामला दर्ज, लव जिहाद के आरोप से जुड़ा है केस
बीएमसी ने 11 सितंबर को गेट किए थे बंद
मोदक सागर झील सबसे पहले 13 जुलाई को, तुलसी 16 जुलाई को और वेहर 11 अगस्त को ओवरफ्लो होने लगी थी. तानसा 14 जुलाई को ओवरफ्लो करना शुरू कर दिया था, और वर्तमान में 99.34 प्रतिशत भरा हुआ है, जिसमें 1,44,122 मिलियन लीटर पानी का भंडार है. ठाणे में भातसा बांध, जो शहर की कुल वार्षिक पानी की आवश्यकता का 55 प्रतिशत आपूर्ति करता है, 7,17,037 मिलीलीटर की क्षमता के मुकाबले 7,06,337 मिलीलीटर पानी के भंडार के साथ 98.51 प्रतिशत भरा हुआ है. बीएमसी ने 11 सितंबर को भाटसा बांध के सभी गेट बंद कर दिए थे.