(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
आदित्य ठाकरे के गढ़ में बीजेपी की दही हांडी, अफजल खान हत्याकांड का किया नाट्य रूपांतरण
Mumbai News: उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में जंबोरी मैदान में गोविंदा पथक ने अफजल खान हत्याकांड का नाट्य रूपांतरण किया. कई जगह अफजल खान वाले पोस्टर भी लगाए गए.
Maharashtra News: मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र भर में दही हांडी उत्सव जोर-शोर से मनाया गया. मुंबई के वर्ली जंबोरी मैदान में बीजेपी की ओर से 'परिवर्तन दही हांडी' का आयोजन किया गया है. बीजेपी विधायक व मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार बीजेपी नेता संतोष पांडे की ओर से दही हांडी उत्सव का आयोजन किया गया है. वर्ली शिवसेना यूबीटी विधायक आदित्य ठाकरे का निर्वाचन क्षेत्र है.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में जंबोरी मैदान में गोविंदा पथक ने अफजल खान हत्याकांड का नाट्य रूपांतरण किया. वर्ली और मुंबई के कई अन्य जगहों पर भी अफजल खान वाले पोस्टर लगाए गए है. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जो भगवान श्री कृष्ण को मानते हैं वही आने वाले समय मे विधानसभा चुनाव की हांडी फोड़ेंगे.
छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर क्या कहा?
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय मे महायुति विधानसभा चुनाव जीतेगी. मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले में अब राजनीति बंद होनी चाहिए. फडणवीस ने आगे कहा कि हम छत्रपति शिवाजी महाराज की नई प्रतिमा खड़ी करेंगे.
जहां एक ओर संगीत के धुन पर मुंबई और उसके आसपास के इलाकों से आए हुए गोविंदा पथक हांडी को सलामी दे रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ भीड़ में एक 12 साल के बच्चों के हाथ में पोस्टर था और पोस्टर में लिखा हुआ था कि एक रात में सरकार बदल सकती हैं, एक रात में नोटबंदी हो सकती है तो क्या एक रात में रेपिस्ट्स को फांसी नहीं दी जा सकती है? हमें कैंडल मार्च नहीं न्याय चाहिए. बच्चे की ये मांग कोलकाता में ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या साथ ही महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिक छात्राओं के साथ हुए अत्याचार को लेकर थी.
सियासी बयानबाजी तेज
महाराष्ट्र में साल के अंत मे विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में सत्ता और विपक्षी दल एक दूसरे को लेकर जमकर बयानबाजी कर रहे है. औरंगजेब से लेकर अफजल खान और अहमद शाह अब्दाली का जिक्र किया जा चुका है. ऐसे में अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि चुनाव में इस प्रकार की बयानबाजी से किसे फायदा और या फिर किसे नुकसान पहुंचता है.