Mumbai: गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए BMC ने बनाए 162 आर्टिफिशियल तालाब, सामने आई ये वजह
Mumbai news: असली तालाबों और जल स्त्रोतों को प्रदूषण से बचाने के लिए बीएमसी ने इस बार 162 आर्टिफिशियल तालाब बनाए हैं. इस बार भक्त प्रसाद को ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
Artificial Pond In Mumbai: बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए आर्टिफियशल तालाब बनाए हैं. यह तब आया जब बीएमसी ने नागरिकों से प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से बनी गणेश मूर्तियों को आर्टिफियशल झीलों या तालाबों में विसर्जित करने के लिए कहा ताकि लोगों को प्रदूषण कम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. नगर निकाय के अनुसार विसर्जन के लिए 162 आर्टिफियशल तालाब और 73 प्राकृतिक विसर्जन स्थल उपलब्ध हैं. एएनआई से बात करते हुए, सहायक नगर आयुक्त रमाकांत बिरादर ने कहा, "162 कृत्रिम तालाब और 73 प्राकृतिक विसर्जन स्थल हैं. लाइफगार्ड तैनात किए गए हैं. सभी आवश्यक व्यवस्था की गई है."
अब तक इतनी मूर्तियों का आर्टिफियशल तालाबों में हुआ विसर्जन
गणेश चतुर्थी दस दिनों तक चलने वाला त्योहार है जो 31 अगस्त को शुरू हुआ और 9 सितंबर को विसर्जन के साथ समाप्त होगा. यह त्योहार भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है. डेढ़ दिवसीय गणपति उत्सव के अवसर पर कल मुंबई में 22,687 गणपति की मूर्तियों का विसर्जन किया गया. डीएम के मुताबिक, कल मुंबई में कुल 55,623 मूर्तियों का विसर्जन किया गया. डेढ़ दिन के गणपति उत्सव के अवसर पर कल कुल 22,687 गणपति मूर्तियों का कृत्रिम तालाबों में विसर्जित किया गया.
ऑनलाइन ऑर्डर किए जा सकते हैं प्रसाद
कोरोना काल के दो साल के अंतराल के बाद देश भर से भक्तों ने मुंबई के लालबागचा राजा मंडल में तांता लगा दिया. इस साल, जियो मार्ट और पेटीएम के सहयोग से, वे भक्तों के दरवाजे पर ऑनलाइन प्रसाद पहुंचाने की कोशिश करेंगे, यदि आप इसकी इच्छा रखते हैं. जियो मार्ट पर प्रसाद दो लड्डू के रूप में हैं और केवल मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे क्षेत्र के लिए ऑर्डर लेगा. गणेश चतुर्थी या गणपति उत्सव, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर माह भाद्रपद के चौथे दिन से शुरू होता है, महाराष्ट्र और पश्चिमी और दक्षिणी भारत के अन्य हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें लाखों भक्त भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए पंडालों में एकत्रित होते हैं. त्योहार को विनायक चतुर्थी या विनायक चविथी के नाम से भी जाना जाता है.