Mumbai Ferry Accident: मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास बुधवार (18 दिसंबर) को नेवी बोट और यात्री नाव 'नीलकमल' में हुई टक्कर की बाद लापता हुए सात साल के लड़के की तलाश के लिए अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा. मंगलवार शाम 43 वर्षीय व्यक्ति का शव मिलने के बाद इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है.
वहीं नौसेना ने हार्बर इलाके में हुई घटना की जांच शुरू कर दी है. एक अधिकारी ने कहा, खोज और बचाव अभियान के तहत लापता यात्रियों की तलाश के लिए नौसेना के एक हेलीकॉप्टर और नौकाओं के अलावा तटरक्षकों को भी तैनात किया गया है. दोनों बोट में सवार 113 लोगों में से 14 की मौत हो चुकी है, जबकि 98 लोग घायल हुए हैं. अधिकारी ने कहा, नौसेना की बोट में छह लोग सवार थे, जिनमें से दो सही सलामत बच गए हैं.
नौसेना की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि बुधवार को नौसेना का पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था, लेकिन तभी शाम चार बजे इसने नियंत्रण खो दिया और करंजा के पास यह 'नीलकमल' नामक नौका से टकरा गया. यह नौका 100 से अधिक यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया से लोकप्रिय पर्यटन स्थल ‘एलीफेंटा’ द्वीप पर लेकर जा रही थी. नौसेना के एक कर्मी और दो संविदा कर्मियों समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी. लगभग 98 लोगों को बचा लिया गया.
नाव में क्षमता से ज्यादा यात्री
पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड (एमएमबी) द्वारा जारी दस्तावेजों के अनुसार, नाव में 84 यात्रियों और चालक दल के छह सदस्यों के सवार होने की अनुमति थी, लेकिन इसमें क्षमता से अधिक यात्री सवार थे. अधिकारी ने बताया कि कोलाबा थाने में बोट चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पीएम मोदी ने इस दुर्घटना में मारे गए हर व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. जबकि घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. वहीं शोक संतप्त परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी.