मुंबई नाव हादसे में 2 लोग अभी भी लापता, नासिक के एक घर पर टूटा दुखों का पहाड़, परिवार के 3 सदस्यों की मौत
Mumbai Ferry Accident: मुंबई में नाव दुर्घटना में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई. इनमें नासिक से आया हुआ एक परिवार भी था. इलाज कराने दिल्ली आए परिवार को पता नहीं था कि यह उनकी आखिरी यात्रा होगी.
Mumbai Boat Accident News: महाराष्ट्र के मुंबई में बुधवार को नाव हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में तीन लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. ये तीनों नासिक के रहने वाले थे. उधर, अब तक हादसे में दो लोगों के लापता होने की सूचना है. इनमें से एक वयस्क पुरुष और एक बच्चा है. लापता लोगों की तलाश जारी है.
मुंबई में नाव दुर्घटना में नासिक जिले के पिंपलगांव के अहेर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया. इस परिवार के दंपती और एक बच्चे की मौत हो गई. पिंपलगांव के राकेश नाना अहेर दो दिन पहले इलाज के लिए अपनी पत्नी और बेटे के साथ मुंबई गए थे. अस्थमा के इलाज के लिए वे मुंबई आए थे. शाम को मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास यात्री नाव से समुद्री सफारी का आनंद लेने गए थे, लेकिन नौसेना की स्पीड बोट के साथ एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में अहेर परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गई.
एलिफेंटा जा रही थी नाव
बता दें कि रोज की तरह गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा की तरफ एक यात्री नाव जा रही थी. नाव बीच रास्ते हादसे का शिकार हो गई. दुर्घटना दोपहर 3.55 बजे हुई. घटना की जानकारी मिलते हुए कोस्ट गार्ड और मरीन पुलिस ने राहत अभियान शुरू कर दिया. साथ ही हेलिकॉप्टर से भी बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था. दो नावों की टक्कर से यह हादसा हुआ था. टक्कर के बाद नाव में पानी घुसने लगा और यह डूब गई.
यह नाव उरण के पास पलट गई, जो बोट डूबी है उसका नाम नीलकमल है. दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह और पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं. सरकार जिला और पुलिस प्रशासन के संपर्क में है.
बीएमसी की ओर से भी आया बयान
दूसरी तरफ बीएमसी की ओर से बताया गया है कि मुंबई नाव दुर्घटना में कुल 105 लोगों को 5 अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. 90 को या तो छुट्टी दे दी गई है या उनकी हालत स्थिर है. 2 लोगों की हालत गंभीर है. घटना में 13 लोगों की मौत हो गई है. भारतीय नौसेना सहित विभिन्न एजेंसियों की ओर से खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है.
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