Accident On Western Expressway Highway: वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे (WEH) पर बीते दिन एक विवाहित जोड़े की सड़क हादसे में मृत्यु हो जाने के एक दिन बाद, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) ने बड़ा दावा किया है. दरअसल ये आरोप है कि वे सड़क पर बने गड्ढों के कारण वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के एक फ्लाईओवर पर फिसल गए, जिसके परिणामस्वरूप दोनों को एक ट्रक ने कुचल दिया और उनकी मौत हो गई. इसी मामले में MSRDC ने दावा किया कि मौके पर कोई गड्ढा नहीं था. मामले की जांच कर रही कस्तूरबा मार्ग पुलिस और मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने भी बताया कि फ्लाईओवर में गड्ढे हैं, लेकिन दुर्घटना वाली जगह पर कोई नहीं था.


वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर हुआ हादसा


हालांकि, दुर्घटना की तस्वीरें, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, में दिख रहा है कि दंपति एक गड्ढे के पास बेहोश पड़े हैं और उनके चारों ओर उबड़-खाबड़ सड़क है. घटना दोपहर 1.26 बजे की है, जब नजीर शाह (43) और उनकी पत्नी छाया खिलारे (43) डब्ल्यूईएच के उत्तर की ओर जा रहे थे. बुधवार को, कस्तूरबा मार्ग पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था, “एसजीएनपी के बगल में फ्लाईओवर पर, शाह, गड्ढों से गुजरते हुए, बाइक पर नियंत्रण खो बैठे और उनकी बाइक फिसल गई, जिससे दोनों सड़क पर गिर गए. उसी समय पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक के चालक ने समय पर ब्रेक नहीं लगाया और उन्हें कुचल दिया.


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पुलिस अधिकारी की ये है आशंका


हालांकि, गुरुवार को थाने के एक अधिकारी ने कहा, 'मृतकों ने हेलमेट तो पहना हुआ था लेकिन हेलमेट ठीक से बंधे नहीं थे. हमें संदेह है कि चालक ने नियंत्रण खो दिया होगा क्योंकि उसके हेलमेट ने उसकी दृष्टि को अवरुद्ध कर दिया होगा. जिस स्थान पर दुर्घटना हुई, वहां गड्ढा नहीं था. हमने मौके की तस्वीरें क्लिक कीं. लेकिन दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है." बकौल द इंडियन एक्सप्रेस, एमएसआरडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गायकवाड़ ने कहा कि, "हमारे इंजीनियरों की टीम ने मौके का दौरा किया था. हालांकि, उन्हें दुर्घटनास्थल पर कोई गड्ढा नहीं मिला. कुछ गड्ढे हैं लेकिन उस स्थान पर नहीं जहां दुर्घटना हुई थी."


'जिम्मेदार कंपनी ने नहीं की मरम्मत'


एमएसआरडीसी ने कहा कि निजी कंपनी एमईपी निगम के तहत सड़कों और फ्लाईओवर के रखरखाव के साथ-साथ गड्ढों की मरम्मत के लिए जिम्मेदार है. एक अधिकारी ने बताया कि मानसून से ठीक पहले एमएसआरडीसी ने एमईपी को नोटिस भेजकर सड़क सहित 27 फ्लाईओवर पर बने गड्ढों को ठीक करने का निर्देश दिया था. हालांकि, कंपनी ने ऐसा नहीं किया. एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'चूंकि कंपनी ने मरम्मत नहीं की, इसलिए हमने दूसरी एजेंसी नियुक्त की है.'


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