Maharashtra News: महाराष्ट्र में बीते अगस्त में कॉलेज द्वारा आयोजित एक आंतरिक परीक्षा से पहले अपनी कक्षा के साथ बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर साझा करने के लिए दक्षिण मुंबई के एक प्रमुख कॉलेज के एक प्रोफेसर की आलोचना की गई है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत बी पाटिल ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि जांच के निष्कर्षों के आधार पर जय हिंद कॉलेज के प्रोफेसर आशुतोष सक्सेना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. यह घटना अगस्त के पहले सप्ताह में सामने आई, जब कॉलेज द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए सभी सीए 1 परीक्षा आयोजित की गई थी. जब इस मुद्दे को कॉलेज के प्रिंसिपल अशोक वाडिया के संज्ञान में लाया गया, तो उन्होंने सक्सेना को कारण बताओ नोटिस भेजा, जिन्होंने 13 सितंबर को जवाब में अपनी "गंभीर" गलती स्वीकार कर ली.
ये है पूरा मामला
CA1 या सतत मूल्यांकन 1 परीक्षा कॉलेज द्वारा सभी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित की जाने वाली एक आंतरिक परीक्षा है. जय हिंद कॉलेज के प्रिंसिपल अशोक वाडिया ने अगस्त में सहायक प्रोफेसर और वाणिज्य विभाग के प्रमुख आशुतोष सक्सेना को एक ज्ञापन जारी किया, जिसमें कहा गया था कि “यह मेरे ध्यान में लाया गया है कि आपने कक्षा के छात्र कों एमसीक्यू (बहुविकल्पीय प्रश्न) के साथ उत्तर की घोषणा की थी, जो अन्य प्रोफेसर के साथ संयुक्त रूप से संकलित किए गए थे, और ये वही प्रश्न हैं जो आपने CA1 (सतत मूल्यांकन 1) परीक्षा के लिए निर्धारित किए थे. यह प्रश्न पत्र लीक करने के बराबर है."
प्रिसिंपल ने लेटर में लिखी ये बातें
28 अगस्त के ज्ञापन में आगे कहा गया है, "कक्षा में छात्रों को प्रश्न और उत्तर देना और परीक्षा के प्रश्नपत्रों में उन्हीं प्रश्नों को दोहराना परीक्षा मानकों का गंभीर समझौता है." इसमें प्रोफेसर को भविष्य में और अधिक जिम्मेदार होने और अपनी कार्रवाई नहीं दोहराने की चेतावनी भी दी गई. इसमें कहा गया है कि “आपको हाल ही में वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष (HoD) के रूप में नियुक्त किया गया है. आप एचओडी के रूप में अपनी जिम्मेदारी को समझने में विफल रहे हैं और इस शैक्षणिक वर्ष के लिए, आप अपने कर्तव्यों से संबंधित सख्त टिप्पणियों के अधीन होंगे, जिसमें विफल होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.”
प्रोफेसर ने दिया ये जवाब
विवरण देने से इनकार करते हुए, सक्सेना, जिन्हें हाल ही में वाणिज्य विभाग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था, ने बताया कि वह इस मामले पर बात करने के लिए उचित अधिकारी नहीं हैं. बकौल हिन्दुस्तान टाइम्स उन्होंने कहा कि “मेरे अनुभव में, शिक्षक प्रत्येक परीक्षा से पहले कक्षा में प्रश्नों को रिवाइज करते हैं. लेकिन मैं जांच होने का इंतजार करूंगा क्योंकि मैं इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं कर सकता."